पंजाब में 1988 के बाद से सबसे भीषण बाढ़, 3.50 लाख से अधिक लोग मदद की तलाश में...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 3, 2025 18:47 IST2025-09-03T18:43:33+5:302025-09-03T18:47:24+5:30
Punjab Floods 2025: पंजाब में एक बार फिर से हुई भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और बदतर बना दिया है और राज्य 1988 के बाद से सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है।

पंजाब में 1988 के बाद से सबसे भीषण बाढ़, 3.50 लाख से अधिक लोग मदद की तलाश में...
Punjab Floods 2025: पंजाब में एक बार फिर से हुई भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और बदतर बना दिया है और राज्य 1988 के बाद से सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। राज्य के सभी 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं और अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं और विभिन्न स्थानों से 3.50 लाख से अधिक लोग मदद की तलाश में हैं। भारी बारिश के बाद रूपनगर और पटियाला जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है, जबकि सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सात सितंबर तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। हिमालय से निकलने वाली सतलुज, व्यास और रावी नदियां तथा छोटी नदियां पहले से ही उफान पर हैं, जिससे शहर, गांव और कृषि भूमि जलमग्न हो गई है और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
पंजाब भीषण बारिश और बाढ़ की स्थिति से जूझ रहा है। ब्यास, रावी और सतलुज नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर है, जिससे कई गांव पानी में डूब गए हैं।
— Muhammad Waseem Tyagi (@Muhd_Waseem1443) August 29, 2025
सरकार से उम्मीद है कि राहत और बचाव कार्य को तेज कर दिया जाये! NDRF, प्रशासन से भी गुज़ारिश है लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। pic.twitter.com/IdTfXecUFA
पंजाब में बारिश से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई है। सुबह छह बजे भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,677.84 फुट था, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 1,680 फुट है। बांध में 86,822 क्यूसेक पानी का प्रवाह हुआ, जबकि 65,042 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को देखते हुए बांध से पानी छोड़ने की मात्रा 65,000 क्यूसेक से बढ़ाकर 75,000 क्यूसेक की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि नांगल के गांव जलमग्न हो सकते हैं। रूपनगर जिला प्रशासन ने भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने में वृद्धि के मद्देनजर सतलुज नदी के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। पार्टी ने बताया कि वह राज्य में जारी राहत कार्यों का जायजा लेंगे और प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे।
चले थे पाकिस्तान को प्यास मारने, खुद ही पानी में डूब गए!
— Aviator Amarnath Kumar (@aviatoramarnath) September 1, 2025
अदूरदर्शी नेताओं की गलतियों ने देश को बर्बादी की कगार पर ला दिया।
गलत निर्णय, असामान्य बारिश और जल प्रबंधन की विफलता ने पंजाब में भीषण बाढ़ ला दी। बांधों से अचानक जल छोड़ना, इंडस वाटर ट्रीटी का निलंबन और बैराज टूटने ने… pic.twitter.com/oULraZve8e
मनीष सिसोदिया ने तरनतारन जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जबकि आप के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने राहत कार्य के लिए अपने स्थानीय क्षेत्र विकास योजना कोष से 3.25 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), सेना, सीमा सुरक्षा बल, पंजाब पुलिस और जिले के अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान जारी है। पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वाले श्री आनंदपुर साहिब के निवासियों से सुरक्षित स्थानों या राहत शिविरों में जाने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनके लिए सभी प्रबंध कर दिए गए हैं और पंजाब सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ मजबूती से खड़ी है। इस बीच पटियाला जिला प्रशासन ने भी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर राजपुरा उप-मंडल में घग्गर नदी के निकटवर्ती गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों के अनुसार, अंबाला में टांगरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है और अंबाला तथा काला अंब में भारी बारिश के बाद पटियाला में भी इसके बढ़ने की आशंका है।
पंजाब में बाढ़ से हालात बहुत विकट हो चुके हैं..1988 के बाद पंजाब में फिर ऐसी बाढ़ आई है..जम्मू कश्मीर-हिमाचल से आने वाले पानी ने संकट और बढ़ा दिया है..करीब 8 जिले और 1000 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं.मकान डूब चुके हैं और छत पर जानवर चढ़ाकर उन्हें सेफ रखा जा रहा है.. pic.twitter.com/d48trhOHbg
— Dinesh Dangi (@dineshdangi84) September 2, 2025