नई दिल्ली: पंजाब चुनाव 2022 में शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाजवादी पार्टी दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। इसका ऐलान बीएसपी प्रमुख मायावती ने कर दिया है। मायावती ने भी कहा की बहुजन समाज पार्टी आगामी पंजाब चुनावों में अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। साथ ही मायावती ने कांग्रेस को घेरते हुए ये भी कहा कि इस बार पंजाब से कांग्रेस पूरी तरह से साफ हो जायेगी।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि, अकाली दल पंजाब में अच्छा काम कर रही थी और जनता के लिए ही काम कर रही है , साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि-"पंजाब में कई बार तख्तापलट हुआ है और कई बार राष्ट्रपति शासन भी लगा लेकिन फिर भी अकाली दल के हाथ में ही सबसे ज्यादा बार सत्ता रही"
मायावती ने कहा कि आज शिरोमणि अकाली दल की 100वीं वर्षगांठ है। अकाली दल भारत की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है जो पंजाब की जनता के लिए संघर्ष करती रही है। मैं कामना करती हूं कि अगले वर्ष पंजाब में होने वाले आम चुनाव में यहां BSP-अकाली दल के गठबंधन की पूर्ण बहुमत की सरकार बने।
बता दें कि पंजाब चुनाव 2022 को लेकर शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पहले ही ये घोषणा कर चुके हैं कि अगर राज्य में अकाली-बीएसपी गठबंधन की अगली सरकार बनती है, तो दो उपमुख्यमंत्रियों में से एक मायावती की नेतृत्व वाली पार्टी से होगा। बता दें कि अकाली दल ने कृषि कानूनों को लेकर बीजेपी से नाता तोड़ लिया था और बीएसपी से गठबंधन किया था।
राज्य में दलित वोटर्स को साधने के लिए अकाली दल ने कहा है कि उनकी सरकार बनने पर राज्य का एक डिप्टी सीएम दलित समुदाय से होगा, दूसरा हिन्दू होगा। राज्य में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस ने भी राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में दलित वोटर्स को अपनी ओर खींचने के लिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को सत्ता की चाबी सौंपी है। अगले साल की शुरूआत में पाँच राज्यों सहित पंजाब के विधानसभा चुनाव होने हैं।