नवजोत सिंह सिद्धू से खफा कांग्रेस नेतृत्व?, सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी ने मिलने का समय नहीं दिया
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 2, 2021 14:14 IST2021-09-02T14:11:34+5:302021-09-02T14:14:34+5:30
Punjab Crisis: तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी तथा पार्टी के तीन विधायक 25 अगस्त को रावत से मिलने देहरादून गए थे।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री से कहा कि मौजूदा स्थिति पार्टी को "नुकसान" पहुंचा रही है।
Punjab Crisis: पंजाबकांग्रेस में सत्ता संघर्ष तेज है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिंद्धू में रार तेज हुई है। पंजाब कांग्रेस में सत्ता संघर्ष के बीच पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिंद्धू गुरुवार को पार्टी नेतृत्व द्वारा बैठक के लिए समय नहीं दिए जाने के बाद अपने गृह राज्य लौट आए।
सिंद्धू जो दिल्ली में थे। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिंद्धू सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने के लिए समय मांगा था। तीनों ने राज्य प्रमुख से मिलने का समय नहीं दिया। इस वजह से सिद्धू को खाली हाथ पंजाब वापस लौटना पड़ा है।
इससे पहले बुधवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने सिद्धू समेत प्रदेश के नेताओं से बातचीत शुरू की थी। गौरतलब है कि सिद्धू लगातार विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साध रहे हैं। सिद्धू ने हाल ही में राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ अपनी सरकार और पिछली अकाली सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाया था। उन्होंने एक बयान में यह भी कहा कि राज्य के लोग ड्रग्स पर स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
सिद्धू ने कहा कि उच्च न्यायालय के निर्देशों के बावजूद, इन दोनों सरकारों ने 13 ड्रग तस्करों को भारत वापस प्रत्यर्पित करने के लिए कुछ नहीं किया, जिन्होंने पंजाब में ड्रग्स की तस्करी की और कुछ अन्य देशों में ड्रग्स की तस्करी की। उन्होंने कहा कि लोगों को विशेष रूप से जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को नशीली दवाओं के खतरे में खो दिया है, उन्हें बहुत उम्मीद है कि कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक आम आदमी भी समझ सकता है कि इन नशा तस्करों को पिछले पांच साल से प्रत्यर्पित क्यों नहीं किया गया।
हरीश रावत ने पार्टी नेताओं की नाराजगी से अमरिंदर को अवगत कराया
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव हरीश रावत ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को पार्टी के असंतुष्ट नेताओं की "नाराजगी" से अवगत कराया और कहा कि उन्हें दूर करना सिंह का "कर्तव्य" है। पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी रावत ने सिंह से मोहाली में उनके आवास पर मुलाकात की और पार्टी आलाकमान द्वारा दिए गए 18 सूत्री कार्यक्रम सहित विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया।
रावत ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात के एक दिन बाद यह बैठक की। समझा जाता है कि सिद्धू ने अधूरे वादों को लेकर अपनी ‘नाराजगी’ जतायी। अमरिंदर और सिद्धू के खेमों के बीच जारी खींचतान की पृष्ठभूमि में रावत मंगलवार को चंडीगढ़ आए।
पंजाब के मुख्यमंत्री सिंह से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए रावत ने विश्वास जताया कि पार्टी के सभी नेता एकजुट होकर काम करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुख्यमंत्री के साथ हुयी चर्चा से सोनिया गांधी को अवगत कराएंगे।
उन्होंने कहा, "मैं यहां उनका चेहरा हूं और उन्हें रिपोर्ट करूंगा।" चार मंत्रियों सहित विभिन्न नेताओं की नाराजगी कैसे दूर होगी, इस सवाल के जवाब में रावत ने कहा, "मैंने नाराजगी के पहलुओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया है और उन्हें दूर करना मुख्यमंत्री का कर्तव्य है।"