पंजाबः सुलह का समय खत्म, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का फैसला, किसान मुद्दों पर चुनाव लड़ूंगा, अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 30, 2021 20:15 IST2021-10-30T20:14:18+5:302021-10-30T20:15:29+5:30
Punjab Congress: पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

मैं (कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष) सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा।
चंडीगढ़ः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे से बातचीत की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि मेल-मिलाप का समय अब खत्म हो गया है और पार्टी छोड़ने का उनका फैसला अंतिम है।
सिंह ने दोहराया कि वह जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि वह ‘‘पंजाब के हित में एक मजबूत सामूहिक ताकत’’ बनाना चाहते हैं। सिंह के मीडिया सलाहकार ने उनके हवाले से ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे से वार्ता की रिपोर्ट गलत है। मेल-मिलाप का समय अब समाप्त हो गया है। पार्टी से अलग होने का निर्णय बहुत सोच-विचार के बाद लिया गया है और यह अंतिम है।’’
सिंह ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘‘मैं (कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष) सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा।’’ सिंह कुछ मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस के कुछ नेता उन्हें पार्टी में बने रहने के लिए मनाने में लगे हुए हैं।
'I will soon launch my own party and will hold talks for seat sharing with @BJP4India, breakaway Akali factions & others for #PunjabElections2022 once farmers' issue is resolved. I want to build strong collective force in interest of Punjab & its farmers’: @capt_amarinder 2/2
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 30, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं जल्द ही अपनी पार्टी गठित करूंगा और किसानों के मुद्दे सुलझने के बाद पंजाब में विधानसभा चुनाव, 2022 के लिए भाजपा, शिरोमणि अकाली दल से अलग हो चुके धड़ों और अन्य के साथ सीटों के बंटवारे के लिए बातचीत करूंगा।’’
'My govt did all this @CHARANJITCHANNI. We spoke to farmer leaders on #FarmLaws & passed our own amendment laws in Assembly too. But Governor is sitting over them & he'll sit over any new laws. Pls don’t mislead the farmers with false promises.': @capt_amarinder (File pix) https://t.co/uDn1BpiiGipic.twitter.com/u21MKrMqaC
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 30, 2021
सिंह ने कहा, ‘‘ पंजाब और राज्य के किसानों के हित में मैं एक मजबूत सामूहिक ताकत चाहता हूं।’’ मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ये कानून पिछले साल सितंबर में बनाए गए थे और प्रदर्शनकारी किसान इन्हें निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।