पंजाब कांग्रेस में रार तेज, सीएम अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में टकराव, माली और प्यारे लाल गर्ग पर कार्रवाई की मांग

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 24, 2021 21:02 IST2021-08-24T21:00:31+5:302021-08-24T21:02:02+5:30

Punjab congress crisis: मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग कश्मीर और पाकिस्तान पर अपनी हालिया विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर विपक्ष और पार्टी के निशाने पर आ गए हैं।

Punjab congress crisis CM Amarinder Singh and Navjot Singh Sidhu demand action Mali and Pyare Lal Garg | पंजाब कांग्रेस में रार तेज, सीएम अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में टकराव, माली और प्यारे लाल गर्ग पर कार्रवाई की मांग

सोनिया गांधी से मुलाकात करने और राज्य की राजनीतिक स्थिति से उन्हें अवगत कराने के लिए समय मांगेंगे।

Highlights24 विधायकों ने मंगलवार को यहां बाजवा के आवास पर मुलाकात की।‘‘भारत के हितों के खिलाफ और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नुकसानदेह’’ थी। 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए वादों को पूरा नहीं किया है।

Punjab congress crisis: पंजाब में मंत्रियों और विधायकों के एक समूह ने मंगलवार को कांग्रेस की प्रदेश ईकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों की ‘‘कथित राष्ट्र विरोधी एवं पाकिस्तान समर्थक टिप्पणी’’ को लेकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

 

सलाहकार, मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग कश्मीर और पाकिस्तान पर अपनी हालिया विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर विपक्ष और पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, विजय इंदर सिंगला, भारत भूषण आशु, बलबीर सिंह सिद्धू और साधु सिंह धर्मसोत के साथ विधायक राज कुमार वेरका ने यहां एक संयुक्त बयान में कहा कि सिद्धू के नवनियुक्त सलाहकारों की टिप्पणी स्पष्ट रूप से ‘‘भारत के हितों के खिलाफ और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नुकसानदेह’’ थी।

यह बयान ऐसे दिन आया है जब चार कैबिनेट मंत्रियों और कांग्रेस के कई विधायकों ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करते हुए कहा कि उन्हें सिंह पर ‘विश्वास’ नहीं है क्योंकि उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए वादों को पूरा नहीं किया है।

पंजाब के चार मंत्रियों, कई विधायकों ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ विद्रोह की आवाज उठाई

पंजाब के चार कैबिनेट मंत्रियों और कांग्रेस के कई विधायकों ने मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करते हुए कहा कि उन्हें सिंह पर ‘विश्वास’ नहीं है क्योंकि उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। चार मंत्रियों तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी और लगभग 24 विधायकों ने मंगलवार को यहां बाजवा के आवास पर मुलाकात की।

बाजवा ने कहा कि वे सोनिया गांधी से मुलाकात करने और राज्य की राजनीतिक स्थिति से उन्हें अवगत कराने के लिए समय मांगेंगे। उन्होंने कहा कि ‘‘कड़े’’ कदम उठाने की जरूरत है और अगर मुख्यमंत्री को बदलने की जरूरत है, तो यह किया जाना चाहिए। बैठक के बाद, चन्नी ने मीडिया से कहा कि पार्टी के कई विधायक और मंत्री मंगलवार को यहां एकत्रित हुए और उन वादों को लेकर चिंता व्यक्त की, जिन्हें पूरा नहीं किया गया है।

इन वादों में 2015 में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के मामलों में न्याय में देरी, मादक पदार्थ रैकेट में शामिल बड़े लोगों को पकड़ना और बिजली खरीद समझौतों को रद्द करना शामिल है। उन्होंने कहा कि बाजवा, सरकारिया, रंधावा और पंजाब कांग्रेस महासचिव परगट सिंह पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे। ये पांचों अमरिंदर सिंह के विरोधी माने जाते हैं। यह बैठक पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों द्वारा कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए की गई कड़ी आलोचना के बीच हुई।

हालांकि, सिद्धू बैठक में मौजूद नहीं थे। चन्नी ने कहा कि कई विधायक 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस द्वारा किए गए उन वादों को लेकर चिंतित हैं जिन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है। चन्नी ने कहा, ‘‘हमारे मुद्दे हल नहीं हो रहे हैं। हमें अब विश्वास नहीं है कि इन मुद्दों का समाधान किया जायेगा।’’ उन्होंने कहा कि कोटकपूरा पुलिस गोलीबारी की घटना में एसआईटी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल से पूछताछ के बाद कुछ नहीं हुआ।

चन्नी ने कहा, ‘‘आज स्थिति ऐसी है कि मुख्यमंत्री (अमरिंदर सिंह) के साथ हमारे मुद्दों का समाधान नहीं हो रहा है और इसलिए हम पार्टी आलाकमान से मिलने जा रहे हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री को हटाने का प्रयास किया जा रहा है, बाजवा ने कहा कि यह प्रयास नहीं बल्कि लोगों की मांग है। मुख्यमंत्री के नए चेहरे पर एक सवाल के जवाब में बाजवा ने कहा कि फैसला पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा।

उन्होंने दावा किया कि पंजाब में एक धारणा बन गई है कि अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल की एक-दूसरे के साथ ‘मिलीभगत’ है और इसने कांग्रेस की प्रतिष्ठा को ‘ठेस’ पहुंचायी है। कैबिनेट में संभावित फेरबदल के सवाल पर रंधावा ने कहा कि उन्हें किसी पद का लालच नहीं हैं और केवल चुनाव से पहले लोगों से किए गए वादों को पूरा करना चाहते हैं।

Web Title: Punjab congress crisis CM Amarinder Singh and Navjot Singh Sidhu demand action Mali and Pyare Lal Garg

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