पंजाब कांग्रेस में तकरारः केंद्र के कृषि कानूनों के शिल्पकार, नवजोत सिंह सिद्धू ने पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह पर हमला बोला, देखें वीडियो
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 21, 2021 19:00 IST2021-10-21T18:57:41+5:302021-10-21T19:00:15+5:30
पंजाब कांग्रेस में तकरारः पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा था कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे कि टूटकर बने अकाली समूहों के साथ गठबंधन पर विचार कर रहे है।

अमरिंदर सिंह ने पिछले महीने सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। (file photo)
चंडीगढ़ः पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बृहस्पतिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को केंद्र के तीन कृषि कानूनों का ''वास्तुकार'' बताया, जिनके खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सिद्धू की टिप्पणी सिंह के उस बयान के दो दिन बाद सामने आई कि कि जल्द ही वह अपना राजनीतिक दल बनाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि यदि किसानों के हितों से संबंधित मुद्दे का हल निकाला जाता है, तो भाजपा के साथ सीट बंटवारे पर विचार किया जा सकता है।
पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सिंह ने यह भी कहा था कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे कि टूटकर बने अकाली समूहों के साथ गठबंधन पर विचार कर रहे है। सिद्धू ने कृषि कानूनों के अमल में आने पर खेती-किसानी में बड़े उद्योगपतियों का दखल बढ़ने के किसानों के आरोपों के संदर्भ में ट्वीट किया, ''तीन काले कानूनों के वास्तुकार...जो अंबानी को पंजाब की किसानी में लाए...जिन्होंने एक-दो बड़े कार्पोरेट के लाभ के लिए पंजाब के किसानों, छोटे विक्रेताओं और मजदूरों को बर्बाद किया।''
The Architect of 3 Black Laws … Who brought Ambani to Punjab’s Kisani … Who destroyed Punjab’s Farmers, Small traders and Labour for benefiting 1-2 Big Corporates !!#FarmLaws#FarmersProtestpic.twitter.com/Yn0FIwtmPf
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 21, 2021
सिद्धू ने इस ट्वीट में अमरिंदर सिंह का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इसके साथ उनका एक वीडियो साझा कर उन्हें कृषि कानूनों का वास्तुकार बताया। अमरिंदर सिंह ने पिछले महीने सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था। तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले साल 26 नवंबर से सैकड़ों किसान दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। इनमें से अधिकतर पंजाब और हरियाणा से हैं।