चंडीगढ़ः कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने लोकसभा सदस्य अमर सिंह, पूर्व अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा, स्वास्थ्य विज्ञान बाबा फरीद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव प्यारे लाल ग्राग और राजनीतिक विश्लेषक मलविंदर सिंह माल को सलाहकार नियुक्त किया हैं।
इस बीच, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के चार सलाहकारों में से एक मलविंदर सिंह माली ने उस समय विवाद खड़ा कर दिया, जब उन्होंने दावा किया कि कश्मीर एक अलग देश है और भारत और पाकिस्तान दोनों अवैध कब्जेदार हैं। इस बयान के बाद विवाद बढ़ गया। शिरोमणी अकाली दल (एसएडी) ने हमला बोल दिया।
मलविंदर सिंह माली ने एक ट्वीट में लिखा, 'कश्मीर एक अलग देश है और भारत और पाकिस्तान अवैध कब्जेदार हैं। यह कश्मीर के लोगों का है।” इस ट्वीट के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर और बाहर आलोचना हुई है। हाल ही में माली ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर भी हमला किया था।
शहीदों का अपमान : शिरोमणि अकाली दल
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा कि मलविंदर सिंह माली का ट्वीट उन शहीदों का अपमान करने का प्रयास था, जिन्होंने कश्मीर में भारत के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। राहुल गांधी, क्या यह शहीदों का अपमान नहीं है?" बिक्रम मजीठिया ने कहा कि अगर राहुल गांधी माली के विचारों का समर्थन करते हैं, तो कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ जाएगा। अगर नहीं तो वह माली के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे?
भाजपा ने मलविंदर सिंह माली पर बोला हमला
भारतीय जनता पार्टी ने भी मलविंदर सिंह माली के विवादित ट्वीट के लिए उनकी खिंचाई की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भाजपा के वरिष्ठ नेता विनीत जोशी ने दावा किया कि नवजोत सिंह सिद्धू की माली को अपने सलाहकार के रूप में नियुक्त करने से संकेत मिलता है कि वह किस ओर जा रहे हैं। "जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा, कई सेना और संबद्ध बलों के जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।
भाजपा नेता ने नवजोत सिंह सिद्धू को "अस्थिर राजनीतिज्ञ" कहा। भाजपा ने उन्हें एक राजनीतिक पहचान दी। उनकी पत्नी को पार्टी का टिकट दिया गया और फिर उन्होंने अपनी वफादारी बदल दी और कांग्रेस में शामिल हो गए। पंजाब कांग्रेस इकाई के भीतर की लड़ाई नवजोत सिद्धू की अधूरी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का परिणाम है।