वाराणसी: सीर गोवर्धन के संत रविदास मंदिर पहुंचीं प्रियंका गांधी, करेंगी दर्शन-पूजन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 9, 2020 13:02 IST2020-02-09T13:02:48+5:302020-02-09T13:02:48+5:30
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार प्रियंका रविवार दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर वाराणसी पहुंचीं हैं। जहां अब वह गुरु रविदास जन्मस्थान मंदिर में दर्शन करेंगी।

गुरु रविदास जयंती समारोह में शामिल होंगी प्रियंका गांधी।
कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंची। एयरपोर्ट पर आते ही पूर्व सांसद राजेश मिश्रा और पूर्व विधायक अजय राय के साथ ही कांग्रेस के अन्य नेताओं ने प्रियंका गांधी का स्वागत किया। एयरपोर्ट से निकलकर वह सीधा सीर गोवर्धन स्थित रविदास जयंती समारोह में शामिल होने निकल गईं।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार प्रियंका रविवार दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर वाराणसी पहुंचीं हैं। जहां अब वह गुरु रविदास जन्मस्थान मंदिर में दर्शन करेंगी। फिर गुरु रविदास जयंती समारोह में शामिल होंगी। प्रियंका का यह दौरा गैर राजनीतिक कहा जा रहा है। लेकिन कुछ राजनेता इसे राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। उनका मानना है कि प्रियंका का यह दौरा आने वाले समय में राजनीति को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। Congress General Secretary for Uttar Pradesh(East) Priyanka Gandhi Vadra arrives in Varanasi to attend a Sant Ravidas Jayanti Program. pic.twitter.com/MhZRg0Do7s
Congress General Secretary for Uttar Pradesh(East) Priyanka Gandhi Vadra arrives in Varanasi to attend a Sant Ravidas Jayanti Program. pic.twitter.com/MhZRg0Do7s
— ANI UP (@ANINewsUP) February 9, 2020
वहीं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत कवि रविदास की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए काम किया। नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘शांति एवं सद्भाव के मजबूत समर्थक गुरु रविदास ने अपनी शिक्षाओं से प्रेम और एकता का संदेश दिया।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने भी संत रविदास को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, ‘‘महान संत गुरु रविदास को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए उन्होंने सौहार्द और भाईचारे की भावना पर बल दिया था, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। न्याय, समानता और सेवा पर आधारित उनकी शिक्षा हर युग में लोगों को प्रेरित करती रहेगी।’’