क्या उत्तर प्रदेश में 1999 का 'मैजिक' 2019 में दोहरा पाएंगी प्रियंका गांधी?

By पल्लवी कुमारी | Published: January 24, 2019 02:28 PM2019-01-24T14:28:06+5:302019-01-24T14:28:06+5:30

प्रियंका गांधी की राजनीति में औपचारिक एंट्री को कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को बुधवार को पार्टी महासचिव नियुक्त किया और उत्तर प्रदेश-पूर्व की जिम्मेदारी सौंपी।

Priyanka Gandhi can repeat 1999 victory of raebareli in 2019 | क्या उत्तर प्रदेश में 1999 का 'मैजिक' 2019 में दोहरा पाएंगी प्रियंका गांधी?

क्या उत्तर प्रदेश में 1999 का 'मैजिक' 2019 में दोहरा पाएंगी प्रियंका गांधी?

बुधवार को सुबह 4 बजे उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रबंधक गुलाम नबी आज़ाद ने यूपी की राजधान लखनऊ के लिए एक बिजनेस क्लास में एक प्लेन बुक कराई। जहाँ उन्हें यूपी के पूर्वी और मध्य क्षेत्रों के पार्टी नेताओं की लिए एक बैठक आयोजित करनी थी। जिसके बाद 24 जनवरी( गुरुवार) को सुबह 6 बजे, वह पश्चिमी क्षेत्र के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के लिए दिल्ली आने के लिए कहा गया था। उनका शेड्यूल पैक था। उन्हें बिल्कुल भी इस बात का  अंदाजा नहीं था कि प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया उन्हें यूपी के लिए मैनेजर के रूप में बदलने के लिए तैयार थे।

लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बड़ा दांव खेलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को बुधवार को पार्टी महासचिव नियुक्त किया और उत्तर प्रदेश-पूर्व की जिम्मेदारी सौंपी। इस नियुक्ति के साथ ही प्रियंका का सक्रिय राजनीति में पदार्पण हो गया। प्रियंका गांधी के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को महासचिव-प्रभारी (उत्तर प्रदेश-पश्चिम) बनाया गया है। पहले से उत्‍तर प्रदेश के प्रभारी रहे गुलाम नबी आजाद को हरियाणा का प्रभारी बना दिया गया है।

अटल बिहारी वाजपेयी की लहर में भी प्रियंका हुईं थी सफल

लेकिन ये सवाल सबके बीच बनी हुई है कि क्या प्रियंका 1999 का मैजिक 2019 में दोबारा दोहरा पाएंगी। दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कांग्रेस के सूत्रों और विशेषज्ञों ने बताया, साल 1998 में रायबरेली और अमेठी में बीजेपी जीती थी लेकिन साल 1999 में प्रियंका की मेहनत की वजह से इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस की वापसी हुई थी। साल 1998 में रायबरेली से राजीव गांधी के रिश्‍ते के भाई अरुण नेहरू और अमेठी से संजय सिंह बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे। 

क्या आप उस आदमी को वोट देंगे, जिसने मेरे पिता की पीठ में छुरा भोंका था?

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, प्रियंका ने कहा था- ''क्‍या आप उस आदमी को वोट देंगे, जिसने मेरे पिता की पीठ में छुरा भोंका था।'' प्रियंका ने वर्ष 1999 के चुनाव के दौरान रायबरेली और अमेठी की जनता से बेहद भावुक अपील की थी। जिसके बाद जनता ने प्रियंका गांधी को निराश ना करते हुए कांग्रेस को वोट देकर जिताया था।  इस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी की लहर थी। लेकिन इसके बावजूद इन दोनों सीटों पर कांग्रेस जीत गई। 

1999 के बाद सीधे 2019 में यानी करीब दो दशक बाद उनकी सक्रिय राजनीति में प्रियंका गांधी की एंट्री ऐसे समय पर हो रही है, जब कांग्रेस मोदी लहर की मार झेल रही है। वहीं यूपी में कांग्रेस के साथी सपा-बसपा ने उनके बिना राज्य में गठबंधन कर कांग्रेस को किनारा लगा दिया था। अब कांग्रेस के नेता ये उम्मीद लगा रहे हैं कि 1999 वाला मैजिक इस बार भी काम करेगा और यूपी में प्रियंका की अपील को जनता ठुकराएगी नहीं। 

इस सीट से चुनाव लड़ सकती हैं प्रियंका गांधी 

मीडिया गलियारों में इस बात की भी चर्चा तेज है कि प्रियंका गांधी यूपी में कांग्रेस की गढ़ माने जाने वाली सीट रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। खबर है कि सोनिया गांधी की तबीयत पिछले कुछ दिनों से खराब चल रही है, जिसकी वजह से हो सकता है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव 2019 में रायबरेली से लड़ सकती हैं।  

प्रियंका गांधी की राजनीति में औपचारिक एंट्री को कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है। इस क्षेत्र की कई सीटों पर कांग्रेस का अच्‍छा प्रभाव है। फूलपुर से पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू सांसद थे। इलाहाबाद, प्रतापगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर समेत कई जिलों कांग्रेस का अच्‍छा खासा प्रभाव है। 

प्रियंका गांधी का परिचय 

47 वर्षीय प्रिंयका गांधी का जन्म गांधी परिवार में 12 जनवरी 1972 को हुआ था। प्रियंका ने अपनी पढ़ाई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से की हैं। इसके बाद प्रियंका ने डिग्री दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी स्कूल से साइकॉलोजी से ली है। प्रियंका इंदिरा गांधी की पोती हैं। सोनिया गांधी और राजीव गांधी की बेटी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अपनी बहन हैं। प्रियंका गांधी ने 2010 में  बौद्ध अध्ययन में एमए किया है।

प्रियंका अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी चर्चाओं में रही हैं, क्योंकि उनके पति रॉबर्ट वार्डा पर एक केस के चार्ज हैं। बता दें कि प्रियंका अपने पति रॉबर्ट वाड्रा से 13 साल की उम्र में मिली थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियंका ने ही रॉबर्ट की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था।

प्रियंका और रॉबर्ट वार्ड की शादी 18 फरवरी 1997 में हुई थी। रॉबर्ट वाड्रा मूल निवासी पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद के रहने वाले हैं। खबरों के मुताबिक प्रियंका और  रॉबर्ट शादी से कुछ साल पहले तक रिलेशनशिप में भी थे।

Web Title: Priyanka Gandhi can repeat 1999 victory of raebareli in 2019

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