बेंगलुरु: दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित अध्यादेश को लेकर बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में आम आदमी पार्टी (आप) की भागीदारी पर कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में क्या हो रहा है, इस पर हम बिल्कुल स्पष्ट हैं। खड़गे ने आगे कहा कि उन्होंने (केंद्र ने) राज्य सरकार की शक्तियां छीनने के लिए जो अध्यादेश का रास्ता अपनाया है, वह ठीक नहीं है।
उन्होंने ये भी कहा कि आज ये दिल्ली में हो रहा है, कल ये कर्नाटक में भी हो सकता है। इसलिए हम केंद्र सरकार के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ हैं। वहीं, बैठक शुरू होने से पहले उन्होंने ये भी कहा कि हम सभी एक निश्चित विचारधारा के साथ एक साथ आए हैं और हम भारत और संविधान के विचार को संरक्षित करने के लिए एक साथ आए हैं।"
कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने आगे कहा, "अगर भाजपा को हमारी एकता से दिक्कत है तो इसका मतलब है कि उन्हें डर है कि वे सत्ता से बाहर हो जाएंगे। आप यह भी देख सकते हैं कि भाजपा और पीएम मोदी का जादू कैसे कम हो रहा है...इससे पता चलता है कि श्री मोदी की लोकप्रियता कम हो गई है, भाजपा को कुछ पता नहीं है और उनकी नीतियां भारत को नुकसान पहुंचा रही हैं।"
इससे पहले कांग्रेस ने रविवार को साफ किया कि वह दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण से संबंधित केंद्र के अध्यादेश का संसद में समर्थन नहीं करेगी और देश में "संघवाद को ध्वस्त" करने के केंद्र सरकार के ऐसे किसी भी प्रयास का विरोध करेगी।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी का रुख साफ है कि वह राज्यपालों के जरिए विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में हस्तक्षेप करने के केंद्र के ऐसे किसी भी कदम का विरोध करेगी और उसने संसद में दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण से संबंधित अध्यादेश पर विधेयक पेश किये जाने पर इसका विरोध करने का फैसला किया है।
(भाषा इनपुट के साथ)