अनाज मंडी आग: PM मोदी ने पीएम राहत कोष से मृतकों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का किया ऐलान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 8, 2019 12:58 PM2019-12-08T12:58:56+5:302019-12-08T13:04:26+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा अनाज मंडी आग के मृतकों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजा पीएम राहत कोष से दिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री में रविवार सुबह आग लगने से 43 श्रमिकों की मौत हो गई और कई लोग झुलस गए। इस मामले में आग की वजह से मारे गए लोगों के परिजनों को पीएम राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान। पीएम मोदी ने इस बात का ऐलान किया है।
Prime Minister's Office:PM Modi announced an ex-gratia of Rs 2 lakhs each from Prime Minister's National Relief Fund (PMNRF) for next of kin of those who have lost their lives due to tragic fire in Delhi. PM has also approved Rs 50,000 each for those seriously injured in the fire pic.twitter.com/b6hMgpvFcn
— ANI (@ANI) December 8, 2019
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
यहां देखें:- दिल्ली की अनाज मंडी में लगी भानायक आग, देखें तस्वीरें
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार घायलों का इलाज भी करवाएगी। केजरीवाल ने इसे बेहद दुखद घटना बताते हुए कहा कि हमने इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं।
सुबह 5 बजे लगी एक फैक्ट्री में आग
पुलिस ने बताया कि एक आवासीय इलाके में चल रही फैक्ट्री में आग लगने के समय 59 लोग अंदर थे। आग लगने की जानकारी सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर मिली जिसके बाद दमकल के 30 वाहन घटनास्थल पर पहुंचे।
घटनास्थल पर हृदय विदारक दृश्य पसरा हुआ था। फैक्ट्री में काम कर रहे लोगों के रिश्तेदार और स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर भाग रहे थे। आग की चपेट में आए लोगों के परेशान परिवार विभिन्न अस्पतालों में अपने संबंधियों को खोज रहे थे। मृतकों और झुलसे लोगों को विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है।
बिहार के बेगूसराय के रहनेवाले 23 वर्षीय मनोज ने बताया कि उनका 18 साल का भाई इस हैंडबैग बनाने वाली इकाई में काम करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे भाई के दोस्त से मुझे जानकारी मिली कि वह इस घटना में झुलस गया है। मुझे कोई जानकारी नहीं है कि उसे किस अस्पताल में ले जाया गया है।’’
एक अज्ञात बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा,‘‘कम से कम इस इकाई में 12-15 मशीनें लगी हुई हैं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि फैक्ट्री मालिक कौन है।’’ उन्होंने बताया कि उनके तीन रिश्तेदार इस फैक्ट्री में काम करते है'।
व्यक्ति ने कहा, ‘‘मेरे संबंधी मोहम्मद इमरान और इकरमुद्दीन फैक्ट्री के भीतर ही थे और मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि अब वे कहां हैं।’’
घायलों को स्थानीय अस्पतालों में कराया गया भर्ती
उन्होंने बताया कि इस परिसर में कई इकाइयां चल रही हैं। यह इलाका बेहद संकरा है। वहीं दमकल कर्मियों ने बताया कि कई फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला गया है और उन्हें आरएमएल अस्पताल, एलएनजेपी और हिंदू राव अस्पताल पहुंचाया गया है।
एलएनजेपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर किशोर सिंह ने बताया कि इस अस्पताल में 34 लोगों को मृत लाया गया था और लोगों के मरने की पीछे की मुख्य वजह धुएं की चपेट में आकर दम घुटना है।
कुछ शव जले हुए थे। उन्होंने बताया कि एलएनजेपी में लाए गए 15 झुलसे लोगों में से नौ निगरानी में हैं और कई आंशिक रूप से झुलसे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को ‘‘बेहद भयावह’’ बताया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि दमकल कर्मी हर संभव कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'बेहद दुखद। बचाव अभियान जारी है और दमकलकर्मी हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आग में झुलसे लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है।'