प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के G20 बैठक में कहा, "काशी लोकतंत्र की सबसे पुरानी जननी है, यह ज्ञान, संस्कृति और आध्यात्मिकता की राजधानी है"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 12, 2023 13:32 IST2023-06-12T13:13:28+5:302023-06-12T13:32:08+5:30

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में G-20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों का विशेष वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्वागत करते हुए कहा कि काशी ज्ञान और आध्यात्म की राजधानी रही है।

Prime Minister Narendra Modi said at the G20 meeting in Varanasi, "Kashi is the oldest mother of democracy, it is the capital of knowledge, culture and spirituality" | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के G20 बैठक में कहा, "काशी लोकतंत्र की सबसे पुरानी जननी है, यह ज्ञान, संस्कृति और आध्यात्मिकता की राजधानी है"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के G20 बैठक में कहा, "काशी लोकतंत्र की सबसे पुरानी जननी है, यह ज्ञान, संस्कृति और आध्यात्मिकता की राजधानी है"

Highlightsप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में G-20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों का किया स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को ज्ञान, संस्कृति और आध्यात्म की नगरी बताया पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी को लोकतंत्र की सबसे प्राचीन जननी बताया

वाराणसी: भारत की अध्यक्षता में चल रहे G-20 समूह के सम्मेलनों के क्रम में मिनिस्टर्स डेवलपर्स मीटिंग आज वाराणसी के हस्तकला संकुल (टीएफसी) में शुरू हुई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों का विशेष वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गर्मजोशी भरा स्वागत किया।

पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी को इस बैठक के लिए बेहद उपयुक्त स्थान बताया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने काशी को लोकतंत्र की जननी और सबसे पुराना जीवित शहर बताते हुए कहा की काशी सदियों से ज्ञान, चर्चा, बहस, संस्कृति और आध्यात्मिकता की राजधानी रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधित में इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि G-20 का विकास एजेंडा अब काशी शहर तक पहुंच गया है। वैश्विक विकास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने यह सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया कि सतत विकास लक्ष्यों को दुनिया के किसी कोने में पीछे नहीं छोड़ा जाए।

इसके साथ ही पीएम मोदी ने लोगों के जीवन को और बेहतर बनाने के लिए व्यापक, समावेशी, निष्पक्ष और स्थायी प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भारत के 100 से अधिक जिलों में की गई प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार द्वारा किये गये प्रयासों से कई लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।

इस मौके पर G-20 देशों के प्रतिनिधियों से पीएम मोदी ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल देते हुए कहा कि विकास के लिए एजेंडा तय करने में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डालना बेहद आवश्यक है। विकास और परिवर्तन के प्रतीक के तौर पर महिलाओं की मजबूत उपस्थिति को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने विकास प्रक्रियाओं में उनके समावेश और सक्रिय भागीदारी पर विशेष बल दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विदेशमंत्री डाक्टर एस जयशंकर ने पहले विभिन्न देशों से आए मेहमानों का बारी-बारी से स्वागत किया, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष वीडियो संबोधन हुआ। जिसमें उन्होंने काशी के महत्त्व पर काफी विस्तार से प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है की मंत्री समूह के इस बैठक से कूटनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने पर सार्थक चर्चा होगी, जो भविष्य में सभी देशों के लिए फायदेमंद होगी। बैठक में शामिल समूह के देश तकनीक और सांस्कृतिक विरासत के आदान-प्रदान जोर देंगे।

मालूम हो कि भारत G-20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में G20 विकास मंत्रियों की बैठक की मेजबानी कर रहा है। वाराणसी में तीन दिवसीय बैठक में लगभग 200 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। कॉन्क्लेव के दौरान लिए गए निर्णय सितंबर में निर्धारित सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में योगदान देंगे।

Web Title: Prime Minister Narendra Modi said at the G20 meeting in Varanasi, "Kashi is the oldest mother of democracy, it is the capital of knowledge, culture and spirituality"

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे