प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 की बैठक को लेकर कहा, "भारत की अध्यक्षता से सामने आ रहे हैं कई सकारात्मक प्रभाव"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: September 3, 2023 13:27 IST2023-09-03T13:13:18+5:302023-09-03T13:27:50+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि दुनिया जी20 में भारत के शब्दों और दृष्टिकोण को भविष्य के रोडमैप के तौर पर देख रही है।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में हो रही जी20 की बैठक को वैश्विक रूप से एक बहुत बड़ी उपलब्धि बताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत द्वारा जी20 शिखर सम्मेलन किये जाने से कई सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई को जी20 शिखर सम्मेन पर विशेष साक्षात्कार देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जी20 में भारत के शब्दों और दृष्टिकोण को दुनिया भविष्य के रोडमैप के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि भारत के वैश्विक दृष्टिकोण से और भारत द्वारा की जा रही जी20 की अध्यक्षता से कई सकारात्मक प्रभाव सामने आ रहे हैं।
PHOTO | Highlights of Prime Minister Narendra Modi's exclusive interview with PTI (n/1)#PMModiSpeaksToPTIpic.twitter.com/aCkucWlL3R
— Press Trust of India (@PTI_News) September 3, 2023
इसके साथ ही प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया का जीडीपी केंद्रित दृष्टिकोण अब मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में बदल रहा है और भारत इसमें सबसे बड़े उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है।
पीटीआई को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी20 में अफ्रीका सर्वोच्च प्राथमिकता है क्योंकि "सभी की आवाज़ें सुने बिना पृथ्वी की कोई भी भविष्य की योजना सफल नहीं हो सकती।"
इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर और अरुणाचल में हुई जी20 की बैठकों पर पाकिस्तान, चीन की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा, "देश के हर हिस्से में जी20 की बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है।"
पीएम मोदी ने कहा कि मुद्रास्फीति की समस्या न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया के सामने प्रमुख मुद्दा है और भारत की जी20 अध्यक्षता ने यह मान्यता दी है कि एक देश में मुद्रास्फीति विरोधी नीतियां दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं। उन्होंने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता ने तीसरी दुनिया के देशों में भी विश्वास के बीज बोए हैं।
उन्होंने कहा, "कभी एक बड़े बाजार के रूप में देखा जाने वाला भारत अब वैश्विक चुनौतियों के समाधान का मजबूत हिस्सा बन गया है।" पीएम ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता का विषय 'वसुधैव कुटुंबकम' सिर्फ एक नारा नहीं है बल्कि हमारे सांस्कृतिक लोकाचार का महत्वपूर्ण दर्शन है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "सबसे पिछड़े और उपेक्षित लोगों को संबोधित करने का हमारा घरेलू दृष्टिकोण भी वैश्विक स्तर पर हमारा मार्गदर्शन कर रहा है।" वैश्विक जैव ईंधन के लिए गठबंधन की भारत की वकालत के बारे में पीएम ने कहा कि इसका उद्देश्य विकासशील देशों के लिए अपने ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए विकल्प तैयार करना था।