प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी, गढ़चिरौली और शाहजहांपुर में तेजस्वी यादव के खिलाफ केस, राजद नेता बोले- प्राथमिकी से कौन डरता?
By एस पी सिन्हा | Updated: August 23, 2025 15:08 IST2025-08-23T14:11:45+5:302025-08-23T15:08:10+5:30
‘जुमला’ शब्द कहना भी अपराध हो गया है। वे सच बोलने से घबराते हैं। हम किसी प्राथमिकी से नहीं डरते और हम सच बोलते हैं।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे लाल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की परेशानी बढ़ सकती है। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनपर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है। हालांकि इस पर तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि प्राथमिकी से कौन डरता है? ‘जुमला’ शब्द कहना भी अपराध हो गया है। वे सच बोलने से घबराते हैं। हम किसी प्राथमिकी से नहीं डरते और हम सच बोलते हैं।
दरअसल, तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी गुस्सा है। वहीं, तेजस्वी यादव की टिप्पणी के बाद शुक्रवार को उनके खिलाफ महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप केस दर्ज हुआ था।
अब खबर है कि उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भी केस दर्ज हुई है। उनके खिलाफ यह कानूनी कार्रवाई एक बड़ा झटका मानी जा रही है, खासकर तब जब बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में भाजपा विधायक मिलिंद रामजी नरोटे की शिकायत पर गढ़चिरौली पुलिस ने शुक्रवार को तेजस्वी यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
इसमें तेजस्वी पर एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक पोस्ट करने का आरोप है। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), धारा 356 (मानहानि), धारा 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और धारा 353 (सार्वजनिक व्यवस्था को प्रभावित करने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की भाजपा महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता की शिकायत पर थाना सदर बाजार पुलिस ने यह कार्रवाई की।
शिल्पी गुप्ता ने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की, जिससे जन भावनाओं को ठेस पहुंची। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव के खिलाफ दर्ज इन मामलों ने बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है।
तेजस्वी यादव इस बिहार के चुनाव में अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं। मगर, कानूनी मामले इस चुनाव में उनके लिए चुनौती बन सकती हैं। ऐसे मामले न केवल उनकी छवि को प्रभावित कर सकते हैं बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की रणनीति पर भी असर डाल सकते हैं।