SCO सम्मेलन: किरगिस्तान के बिश्केक के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी, जिनफिंग-पुतिन से होगी मुलाकात

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 13, 2019 07:44 AM2019-06-13T07:44:54+5:302019-06-13T07:44:54+5:30

बिश्केक की 13-14 जून की अपनी यात्रा से पहले मोदी ने एक बयान में कहा कि एससीओ सम्मेलन से इतर उनकी योजना कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी है। उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में बहुपक्षीय, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने में हम एससीओ को विशेष महत्व देते हैं।

Prime Minister Narendra Modi leaves for two-day visit to Bishkek where he will attend the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) summit. | SCO सम्मेलन: किरगिस्तान के बिश्केक के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी, जिनफिंग-पुतिन से होगी मुलाकात

चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ पीएम मोदी की मुलाकात भी होगी।

Highlightsबिश्केक की 13-14 जून की अपनी यात्रा से पहले मोदी ने एक बयान में कहा कि एससीओ सम्मेलन से इतर उनकी योजना कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी है। मोदी ने कहा कि भारत ने किर्गिज गणराज्य की अध्यक्षता को पूरा सहयोग दिया है।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किरगिस्तान के बिशकेक के लिए रवाना हो गए हैं । वह शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO)सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ पीएम मोदी की मुलाकात भी होगी।



 

इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को कहा कि किर्गिज गणराज्य में हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठक में वैश्विक सुरक्षा स्थिति और आर्थिक सहयोग पर मुख्य जोर रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस मध्य एशियाई देश की उनकी यात्रा एससीओ के सदस्य देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करेगी। 

बिश्केक की 13-14 जून की अपनी यात्रा से पहले मोदी ने एक बयान में कहा कि एससीओ सम्मेलन से इतर उनकी योजना कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी है। उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में बहुपक्षीय, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने में हम एससीओ को विशेष महत्व देते हैं। भारत ने दो साल पहले एससीओ का पूर्ण सदस्य बनने के बाद इसके विभिन्न वार्ता तंत्रों में सक्रियता से भाग लिया है।’’ 

मोदी ने कहा कि भारत ने किर्गिज गणराज्य की अध्यक्षता को पूरा सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में वैश्विक सुरक्षा स्थिति, बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग, लोगों के बीच संपर्क और अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। 

उन्होंने कहा, ‘‘सम्मेलन से इतर, मेरी येाजना कई नेताओं से द्विपक्षीय बैठक करने की भी है। ’’ उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि एससीओ सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक होने की योजना नहीं है। 

मोदी ने कहा, ‘‘एससीओ सम्मेलन संपन्न होने के बाद, किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर मैं 14 जून 2019 को वहां की आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा पर भी होऊंगा।’’ 

उन्होंने कहा कि भारत और किर्गिज गणराज्य के बीच ऐतिहासिक और सभ्यताओं के संबंध हैं। दोनों देश पारपंरिक रूप से मधुर संबंध साझा करते हैं। ‘‘हाल के समय में हमारे संबंध रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और निवेश सहित कई द्विपक्षीय क्षेत्रों में विस्तृत हुए हैं। ’’ 

मोदी ने कहा, ‘‘द्विपक्षीय संबंधों के सभी मुद्दों पर चर्चा करने के अलावा राष्ट्रपति जीनबेकोव और मैं संयुक्त रूप से भारत- किर्गिज बिजनेस फोरम को संबोधित करेंगे।’’ इस बीच, विदेश मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का विमान बिश्केक जाने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से होकर नहीं गुजरेगा। मोदी का विमान ओमान, ईरान और कई मध्य एशियाई देशों से होते हुए किर्गिज गणराज्य की राजधानी पहुंचेगा। 

Web Title: Prime Minister Narendra Modi leaves for two-day visit to Bishkek where he will attend the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) summit.

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