पुरी, 22 मार्च राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने तीन दिवसीय ओडिशा दौरे के अंतिम दिन सोमवार को यहां अपनी पत्नी के साथ भगवान जगन्नाथ मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की।
इसके बाद राष्ट्रपति पुरी जिले के कोणार्क में सूर्य मंदिर गये।
राष्ट्रपति अपनी पत्नी सविता कोविंद तथा राज्य के राज्यपाल गणेशी लाल और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ यहां सुबह नौ बजकर 10 मिनट पर पहुंचे। वह भगवान विष्णु के 12वीं शताब्दी में बने इस मंदिर में करीब 40 मिनट तक रहे।
राष्ट्रपति मंदिर के गर्भ गृह में गये और उन्होंने भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन किए।
पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देव और मंदिर के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने राष्ट्रपति का मंदिर के सिंह द्वार पर स्वागत किया।
उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित मां विमला और महालक्ष्मी की भी पूजा की।
राष्ट्रपति के स्वागत में मंदिर को फूलों से विशेष तौर पर सजाया गया था और यहां की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि कोविंद ने मंदिर के विकास के लिए एक लाख रूपये का दान दिया। इससे पहले वह 2018 में इस मंदिर में आए थे।
राष्ट्रपति की यात्रा के लिए मंदिर को फूलों से सजाया गया था और कस्बे में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
राष्ट्रपति के आने से आधे घंटे पहले से आम लोगों के मंदिर प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गयी थी तथा ग्रैंड रोड के दोनों तरफ सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान और दुकानें सुरक्षा कारणों से बंद कर दी गयी थीं।
इसके बाद राष्ट्रपति अपने परिवार के सदस्यों और ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल के साथ कोणार्क में 13वीं शताब्दी के सूर्य मंदिर गये।
राष्ट्रपति ने रविवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), राउरकेला के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति को विदाई दी।
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