Ayodhya Verdict: सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मौलाना अरशद मदनी ने कहा- इसे हार जीत के तौर पर नहीं देखें
By विनीत कुमार | Published: November 9, 2019 08:44 PM2019-11-09T20:44:18+5:302019-11-09T20:44:18+5:30
मौलान अरशद मदनी ने कहा कि फैसले को जीत या हार के तौर पर नहीं देखना चाहिए। मौलाना मदनी के अनुसार, 'ये फैसला हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च है।'
प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने सभी से अपील की है कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आये फैसले को हार या जीत के तौर पर नहीं लिया जाए। अरशद मदनी ने साथ ही सभी मुस्लिमों और देशवासियों से शांति बनाये रखने की भी अपील की है।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि फैसले को जीत या हार के तौर पर नहीं देखना चाहिए। मौलाना मदनी के अनुसार, 'ये फैसला हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च है।'
Jamiat Ulema-e-Hind: President Jamiat Ulama-i-Hind Maulana Syed Arshad Madani has appealed to Muslims&fellow-brothers to maintain peace & harmony in country and should not take it as win or loss. This decision is not in line with our expectations but the Supreme Court is supreme.
— ANI (@ANI) November 9, 2019
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने शनिवार को दशकों पुराने मामले में फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन पर मंदिर बनाने की बात कही। साथ ही कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को अलग से किसी महत्वपूर्ण जगह पर 5 एकड़ जमीने देने का भी आदेश दिया