मदरसे में मौलवी ने बच्चों का किया ब्रेनवॉश, पढ़ाया- 'RSS आतंकी संगठन', IB ने जांच शुरू की
By आकाश चौरसिया | Updated: September 3, 2024 14:18 IST2024-09-03T13:58:24+5:302024-09-03T14:18:16+5:30
पुलिस की टीमों को प्रयागराज स्थित मदरसे से जो किताबें मिली हैं, उसका नाम 'आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन' है। इसके लेखकर एसएम मुशर्रफ हैं, जो पूर्व में पुलिस महानिरीक्षक (महाराष्ट्र) रह चुके हैं। फिलहाल इसकी मूल किताब उर्दू भाषा में पब्लिश की गई थी।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित मदरसा में जाली करेंसी छापने के साथ ही अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। वहां की जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम में छापेमारी के दौरान यूपी पुलिस की टीमों को आरएसएस (RSS) से जुड़ी कई किताबें मिली है। मदरसे के प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन के कमरे में आरएसएस के ऊपर लिखी गई आपत्तिजनक किताबें, तस्वीरें मिलने के बाद मामला ने अलग मोड़ ले लिया है।
पुलिस को मिली किताब के जरिए मदरसा के करीब 70 बच्चों को ब्रेनवॉश किया जाता था। उन्हें पढ़ाया जाता था कि आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन है। खुफिया एजेंसियों ने इसे लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने अभी आधिकारिक रूप से बोलने से मना कर दिया है। हालांकि, किताबों की बात मान ली है। उन्होंने कहा, मामले की जांच आईबी ने शुरू कर दी है और मदरसा अतरसुइया थाने से महज एक किलोमीटर दूर ही स्थित है।
RSS देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन
पुलिस की टीमों को मदरसे से जो किताबें मिली हैं, उसका नाम 'आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन' है। इसके लेखकर एसएम मुशर्रफ हैं, जो पूर्व में पुलिस महानिरीक्षक (महाराष्ट्र) रह चुके हैं। फिलहाल इसकी मूल किताब उर्दू भाषा में पब्लिश की गई थी। यह किताब यूपी पुलिस को मदरसे के कार्यवाहक प्रधानाचार्य मौलवी तफसीरुल आरीफिन के कमरे में मिली है। तहकीकात करने गई पुलिस को मौलवी के कमरे से कई स्पीड पोस्ट की पर्चियां मिली हैं। पर्चियों के आधार पर पुलिस एड्रेस वेरीफाई कर रही है, जिससे यह पता लग सके कि कहां ये भेजे जाते थे?