Lok Sabha Elections 2024: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आगामी चुनाव के मद्देनजर बड़ा दावा कर दिया है कि भाजपा ओडिशा लोकसभा चुनाव में नंबर वन पार्टी बनकर उभरेगी। ओडिशा में पिछले दो दशकों से सीएम नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजू जनता दल सत्ता में रही है। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 21 सीटें हैं, पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने 8 सीटें जीती थीं और पार्टी का मत प्रतिशत 38.4 रहा था।
दूसरी तरफ बीजू जनता दल ने 12 सीट जीतते हुए, कुल 42.8 फीसदी का वोट शेयर रहा था। लेकिन, चुनाव रणनीतिकार ने बताया है कि भाजपा ओडिशा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। प्रशांत किशोर ने ये भी भविष्यवाणी की है कि भाजपा का कांग्रेस की तुलना में तेलंगाना में मत प्रतिशत बढ़ने जा रहा है। पीटीआई न्यूज एजेंसी ने इस बात की जानकारी दी और कहा, वे (भाजपा) तेलंगाना में या तो पहली या दूसरी पार्टी होंगी जो एक बड़ी बात है। वे निश्चित रूप से ओडिशा में नंबर एक होंगे।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव 20192019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तेलंगाना में मात्र 4 सीटें जीती थी और 19.65 फीसदी का मत प्रतिशत बढ़ा। के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली पार्टी बीआरएस ने 9 सीट जीती, जबकि कांग्रेस 3 पर फतह करने में कामयाब रही और एमआईएमआईएम ने 1 सीट जीता। वहीं, विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा का 6.92 प्रतिश बढ़कर पार्टी का वोट 14 फीसद बढ़ गया। पार्टी ने 2018 में 1 से 7 सीटें बढ़ाकर 8 सीटें जीतीं।
तेलंगाना में बीआरएस संकट से दो-चार हो रही है, क्योंकि पार्टी लंबे समय से सत्ता में थी और हाल में हुए विधानसभा चुनाव 2024 में उसे हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता की गिरफ्तारी ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बीआरएस के कई सांसद और विधायक सहित कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस या भाजपा में शामिल हो गए हैं, इसलिए मुकाबला बड़ा अहम हो गया है।
BRS के सामने ये बड़ा संकटराज्यसभा सदस्य के केशव राव, जो दिल्ली में पार्टी का चेहरा थे, उनकी बेटी और हैदराबाद की मेयर विजया लक्ष्मी आर गडवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधायक कादियाम श्रीहरि, दानम नागेंद्र, सांसद जी रंजीत रेड्डी और बीबी पाटिल कुछ बीआरएस नेता हैं। जिन्होंने BRS से इस्तीफा दे दिया।