नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी द्वारा सीट खाली करने के बाद केरल के वायनाड से प्रियंका गांधी को मैदान में उतारने के कांग्रेस के फैसले पर हिंदू-मुस्लिम बहस शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश में वायनाड और रायबरेली की लोकसभा सीटें जीतने वाले राहुल गांधी ने उत्तर में अपने परिवार के गढ़ में बने रहने का फैसला किया है।
इसके चलते कांग्रेस ने वायनाड में उपचुनाव के जरिए प्रियंका गांधी को चुनावी राजनीति में उतारने का फैसला किया। चुनाव से पहले राहुल गांधी ने कहा था कि वह वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगे क्योंकि वह उन लोगों को नहीं छोड़ सकते जो संकट के समय उनके साथ खड़े रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग के बाद उन्होंने रायबरेली सीट से चुनाव लड़ा कि वह अपनी मां सोनिया गांधी के गढ़ से चुनाव लड़ें।
फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "प्रियंका गांधी कांग्रेस में सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। उपचुनाव में उतारकर उनका कद छोटा करने की कोशिश की गई है। प्रियंका गांधी को वायनाड से चुनाव लड़वाकर कांग्रेस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उसे हिंदुओं पर भरोसा नहीं है।" इससे पहले बीजेपी ने कांग्रेस के फैसले पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी को 'भागी हुई दुल्हन' बताया था।
वायनाड को राहुल की कमी महसूस नहीं होने देंगे: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने वायनाड के लोगों को आश्वासन दिया कि वह उन्हें राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा, "मैं वायनाड को राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी, वायनाड में सभी को खुश करने की पूरी कोशिश करूंगी और एक अच्छा प्रतिनिधि बनूंगी।"