प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी भगवा आतंकवाद के फर्जी मामले के खिलाफ सत्याग्रह है: अमित शाह
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: May 17, 2019 06:29 PM2019-05-17T18:29:12+5:302019-05-17T18:29:12+5:30
Lok Sabha Elections 2019: प्रेस कांफ्रेंस में अमित शाह ने प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान पर कहा कि उनकी पार्टी की अनुशासन समिति इस मामले को देख रही है और बीजेपी बयान से असहमत है।
Lok Sabha Elections 2019: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान लिए शुक्रवार (17 मई) की शाम प्रचार अभियान थम गया। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मौजूद रहकर सबको चौंकाया। दरअसल, बीते पांच साल में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह पहली प्रेस कांफ्रेंस थी। पत्रकारों ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे वाले विवादित बयान पर भी सवाल किया।
दरअसल, भोपाल से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार (16 मई) को समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। जिस पर बीजेपी नेतृत्व ने किनारा कर लिया था और प्रज्ञा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने बात कही थी।
Amit Shah: Pragya Thakur's candidature is a 'satyagrah' against a fake case of fake Bhagwa terror. I want to ask Congress, some people were earlier arrested in 'Samjhauta Express' who were related to LeT.A fake case of "bhagwa terror" was made in which accused have been acquitted pic.twitter.com/hazWU0gm2Q
— ANI (@ANI) May 17, 2019
प्रेस कांफ्रेंस में भी अमित शाह ने प्रज्ञा के विवादित बयान पर आधारित सवाल पर वही बात दोहराई जो वह पहले ही कह चुके थे। शाह ने कहा कि उनकी पार्टी की अनुशासन समिति इस मामले को देख रही है और बीजेपी प्रज्ञा के बयान से असहमत है।
प्रज्ञा सिंह की उम्मीदवारी को लेकर किए गए सवाल पर अमित शाह ने कहा, ''प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी भगवा आतंकवाद के फर्जी मामले के खिलाफ एक सत्याग्रह है। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, कुछ लोग पहले समझौता एक्सप्रेस मामले में गिरफ्तार किए गए थे जोकि लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित थे। भगवा आतंकवाद का एक फर्जी मामला बनाया गया था जिसमें आरोपियों को बरी कर दिया गया था।''