Political Crisis In Bihar: "बिहार 'जंगल राज' के हवाले नहीं छोड़ा जा सकता है", सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट के बीच भाजपा नेता अजय आलोक का राजद पर हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: January 28, 2024 10:44 IST2024-01-28T10:38:51+5:302024-01-28T10:44:20+5:30
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि पार्टी बिहार के घटनाक्रम को लेकर बेहद गंभीर है। भाजपा पूरी तरह से 'अलर्ट' मेड में है और राज्य की घटनाओं पर बारीकी से निगाह बनाये हुए है।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: बिहार में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी को लेकर चल रही अटकलों के बीच भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने रविवार को कहा कि भाजपा बिहार के घटनाक्रम को लेकर बेहद गंभीर है। पार्टी पूरी तरह से 'अलर्ट' मेड में है और राज्य की घटनाओं पर बारीकी से निगाह बनाये हुए है।
समाचार एजेंसी एएनआ से बात करते हुए भाजपा नेता अजय आलोक ने रविवार को कहा, "अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्तारूढ़ महागठबंधन पर लगाम लगानी है, जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा है तो यह सरकार जल्द से जल्द गिरनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "हम बिहार में सबसे बड़ी पार्टी हैं। हम सतर्क हैं और घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। हम बिहार में बदलती राजनीतिक स्थिति से वाकिफ हैं। जब अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन की बात आएगी तो हम एक कदम भी पीछे नहीं हटेंगे। हम बिहार को ऐसे ही जंगल राज' के हाथ में नहीं छोड़ सकते हैं। अगर इस सरकार को गिरना है तो मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि यह आज ही हो जाए।''
उनकी टिप्पणी इन अटकलों के बीच आई है कि सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) सुप्रीमो नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में फिर से शामिल होंगे, जिससे राज्य में 'महागठबंधन' शासन का अंत होगा।
राज्य में सत्ता के बाजीगरी का का खेल तब शुरू हुआ जब सीएम नीतीश कुमार पर राजद अध्यक्ष लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर कटाक्ष करते हुए पोस्ट किया कि 'सोशलिस्ट पार्टी' (जेडीयू) खुद को प्रगतिशील बताती है, लेकिन वा के बदलते रुख के साथ इसकी विचारधारा बदल जाती है। रोहिणी के इय तेवर के बाद सत्ता पर काबिज महागठबंधन में दरार आ गई।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा, जो 2022 में राजद के साथ संबंध बनाने के लिए नीतीश के पाला बदलने से पहले नीतीश की पार्टी के साथ सरकार में थी, और जदयू रविवार को अलग-अलग बैठकें बुलाने वाले हैं। सूत्रों ने आगे बताया कि कुमार ने रविवार को पटना के राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मिलने का समय मांगा है।
यदि नीतीश इस बार भी पाला बदलते हैं तो यह चौथी बार होगा जब वह सत्ता में साथी दल को गच्चा देकर पाला बदलेंगे।