बारिश के पानी में डूबी यूपी पुलिस की गाड़ी, क्रेन से निकाला बाहर, देखें वीडियो
By स्वाति सिंह | Published: August 3, 2018 05:44 PM2018-08-03T17:44:57+5:302018-08-03T17:47:19+5:30
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान बारिश से जुडे हादसों में 17 और लोगों की मौत हो गयी जबकि 11 अन्य जख्मी हो गए हैं ।
कानपुर, 3 अगस्त: पूरा उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के चलते परेशान है। इसी बीच कानपुर का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक पुलिस की गाड़ी पानी में डूब रही है। हालांकि बाद में क्रेन की मदद पुलिस की गाड़ी को बाहर निकाला गया।यह घटना कानपुर के बिल्हौर की है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि दो पुलिसकर्मी गाड़ी की छत पर हैं वहीं एक एक पुलिसकर्मी अंदर बैठा हुआ है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान बारिश से जुडे हादसों में 17 और लोगों की मौत हो गयी जबकि 11 अन्य जख्मी हो गए हैं । एक जुलाई से अब तक मरने वालों की संख्या बढकर 165 हो गयी है। खबरों के मुताबिक कानपुर में तीन, उन्नाव, गोण्डा और बांदा में दो दो, कानपुर देहात, बाराबंकी, फिरोजाबाद, अंबेडकरनगर, शाहजहांपुर, बलिया, कन्नौज तथा पीलीभीत में एक एक व्यक्ति की जान गयी है। इस प्रकार वर्षाजनित हादसों के कारण बीती एक जुलाई से अब तक 165 लोग जान गंवा चुके हैं जबकि 134 अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि वर्षाजनित हादसों में दीवार गिरने, पेड गिरने या आकाशीय बिजली गिरने और जमीन धंसने के कारण अधिकांश मौतें हुई हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण पश्चिम मानसून पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय है जबकि पश्चिम उत्तर प्रदेश में यह सामान्य है इसलिए पूर्वी उत्तर प्रदेश की अधिकांश जगहों पर अभी भी बारिश की संभावना है जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं कहीं पानी बरस सकता है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) अगस्त और सितंबर के लिए मानसूनी वर्षा में कमी का अनुमान जारी कर सकता है जिसका आखिरकार तात्पर्य पूरे सीजन के लिए वर्षा में कमी का अनुमान हो सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम इस सीजन के मानसून अनुमान को थोड़ा घटा सकते हैं।’’
इससे पहले एक निजी मौसम अनुमान एजेंसी स्काईमेट ने यह कहते हुए इस साल का मानसून अनुमान घटा दिया कि देश में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है। स्काईमेट ने कहा, ‘‘स्काईमेट वैदर ने वर्ष 2018 मानसून में वर्षा दीर्घकालिक औसत का 92 फीसद रहने का नवीनतम अनुमान लगाया है। ’’ उसने कहा कि प्रशांत महासागर में समुद्र तल का गर्म होना लगातार जारी है और वह अल नीनो के बनने का संकेत है। दीर्घकालिक औसत का 96-104 फीसद वर्षा होना सामान्य वर्षा समझा जाता है। तीस मई को भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि जुलाई में 101 फीसद वर्षा होगी। यह 94 फीसद रही।
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