मध्यप्रदेश में पुलिस को मिलेगा वीकऑफ, पुलिसवालों को मुश्किल से मिलती हैं छुट्टियां
By शिवअनुराग पटैरया | Published: December 20, 2018 10:03 AM2018-12-20T10:03:22+5:302018-12-20T10:03:22+5:30
पुलिस को भविष्य की तकनीकों और सामाजिक चुनौतियों के अनुसार तैयारियाँ करने पर विशेष ध्यान देना होगा. उन्होंने युवा पीढ़ी में नशे की लत के प्रसार को जड़ मूल से समाप्त करने की जरूरत बतायी.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि पुलिस बल में साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था की जाए. किसी भी प्रकार की आपराधिक और गैर कानूनी गतिविधियों के प्रति जीरो टालरेंस रखें. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ रणनीति बनाई जाए. महिलाओं के विरुद्ध अपराध के नियंत्रण के लिए संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ कार्य किया जाए. लंबे समय से जमे अधिकारियों की प्रथा को समाप्त किया जाएगा.
नाथ ने पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि गुड-गवर्नेंस का प्रमुख आधार पुलिस बल है. राज्य की छवि पुलिस व्यवस्था पर निर्भर है. इस अवसर पर प्रमुख सचिव गृह मलय श्रीवास्तव, पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री नाथ ने पुलिस बल के लिए साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था में तकनीकी संसाधनों को आधुनिक किया जाए. पुलिस बल के लिये आपात परिस्थितियों में अवकाश उपयोग नहीं करने पर क्षतिपूर्ति की व्यवस्था हो. उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके लिये सड़क नियोजन और प्रतिरक्षात्मक उपायों परसमेकित रूप से कार्य किया जाये.
मुख्यमंत्री ने कहा किराज्य की छवि का पैरामीटर पुलिस होती है. यह आवश्यक है कि बल के सदस्यों का मनोबल ऊँचा हो. नजरिया देश-प्रदेश की विविधतापूर्ण संस्कृति और स्वरूप के संरक्षण का हो. उन्होंने कहा कि पुलिस समाज की रक्षक है.
पुलिस को भविष्य की तकनीकों और सामाजिक चुनौतियों के अनुसार तैयारियाँ करने पर विशेष ध्यान देना होगा. उन्होंने युवा पीढ़ी में नशे की लत के प्रसार को जड़ मूल से समाप्त करने की जरूरत बतायी.
लंबे समय से जमे अफसरों की प्रथा होगी समाप्त
बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए नाथ ने कहा कि आज पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर कई फैसले लिए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस की छवि कैसे सुधरे इस पर भी अधिकारियों से बातचीत हुई है. लंबे समय से जमे अधिकारियों की प्रथा को कैसे समाप्त किया जाए इस पर भी विचार किया जा रहा है.
नाथ ने कहा कि मैं लंबे समय से एक स्थान पर अधिकारी की पदस्थापना का पक्षधर नहीं हूं. उन्होंने कहा कि आज बैठक में मैंने कहा है कि 5 साल से ज्यादा समय से जो अधिकारी एक ही स्थान पर पदस्थ हैं, उन्हें हटाया जाए. पुलिस अधिकारियों को क्षमतानुसार पोस्टिंग मिलेगी.
स्थानीय लोगों को रोजगार देना गलत नहीं
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके बयान को लेकर उत्तरप्रदेश और बिहार में हो रहे विरोध पर मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलत बात नहीं कही है. उन्होंने कहा कि मैंने स्थानीय लोगों को रोजगार देने में प्राथमिकता की बात कही है, जो उचित है. स्थानीय लोगों को रोजगार देना गलत नहीं है.