पोखरण: भाजपा के महंत और कांग्रेस के मोहम्मद के बीच मुकाबला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 25, 2018 04:51 AM2018-11-25T04:51:18+5:302018-11-25T04:51:18+5:30
सालेह का संबंध भी धर्मगुरु परिवार से सालेह मोहम्मद की बात की जाए तो उनके पिता गाजी फकीर का सिंधी मुसलमानों में धर्मगुरु का रुतबा है और उनके अनुयायी न केवल राजस्थान बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान में भी है.
परमाणु परीक्षण के लिए चर्चित पोखरण की भूमि विधानसभा चुनाव की नई लड़ाई के लिए तैयार हो रही है. इस बार सीधा मुकाबला भाजपा के तारातरा मठ के महंत, महंत प्रतापपुरी तथा पूर्व विधायक सालेह मोहम्मद के बीच है. भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक शैतान सिंह को इस बार टिकट नहीं दिया है.
रोचक है कि प्रत्याशियों की औपचारिक घोषणा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पहली चुनावी रैली सोमवार को पोखरण में होगी. उसी दिन भाजपा के फायरब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यहां एक सभा करने वाले हैं. इन प्रस्तावित जनसभाओं ने पाकिस्तानी सीमा से सटी इस विधानसभा के धोरों में राजनीतिक सरगर्मियां तेजी पर हैं.
2013 के चुनाव में तत्कालीन विधायक सालेह मोहम्मद 34,444 मतों से हार गए थे. लगभग दो लाख मतदाताओं वाले पोखरण विधानसभा क्षेत्र में मुसलमानों के साथ-साथ राजपूतों, दलितों व जाटों की अच्छी खासी आबादी है. महंत प्रतापपुरी ने कहा,''लोगों में जोश है. भाजपा का हिंदूवादी एजेंडा और प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के काम, काम आएंगे. लोग खुलकर साथ आ रहे हैं.''
मठ का जैसलमेर और बाड़मेर में खास असर 'तारातरा' सनातन शंकराचार्य मत का मठ है और इसे बाड़मेर का सबसे प्रभावी धर्मस्थल माना जाता है. इस मठ का जैसलमेर और बाड़मेर में खास असर है और हर साल लाखों की संख्या में बिश्नोई, जाट, राजपूत व अन्य समुदाय के लोग यहां आते हैं.
सालेह का संबंध भी धर्मगुरु परिवार से सालेह मोहम्मद की बात की जाए तो उनके पिता गाजी फकीर का सिंधी मुसलमानों में धर्मगुरु का रुतबा है और उनके अनुयायी न केवल राजस्थान बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान में भी है. इस परिवार का इलाके की राजनीतिक गलियारों में खासा दखल रहा है.
सालेह मोहम्मद कहते हैं कि इस लंबे चौड़े विधानसभा क्षेत्र में पेयजल, पशुधन के लिए जल सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव ही बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा,''धर्म के नाम पर बात करने का समय नहीं है. यह काम भाजपा वाले कर रहे हैं. मुझे तो न केवल मुस्लिम बल्कि 36 कौमों का सहयोग, साथ व समर्थन मिल रहा है.''