डिनर पर मोदी-पुतिन की चर्चा, आज S-400 मिसाइल डिफेंस डील पर होगा करार, US-पाक को नहीं आ रहा रास
By रामदीप मिश्रा | Published: October 5, 2018 09:23 AM2018-10-05T09:23:54+5:302018-10-05T09:23:54+5:30
दो दिवसीय दौरे के दौरान आज दोनों देशों के बीच 'एस-400 ट्राइअम्फ' मिसाइल प्रणाली समझौते होगा, जिस पर पूरा विश्व टकटकी लगाए बैठा है।
नई दिल्ली, 05 अक्टूबरःरूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत पहुंच गए और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डिनर पर कई मुद्दों पर चर्चा की। पुतिन को डिनर कराने के लिए प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत आयोजन किया। इससे पहले मोदी ने 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर पुतिन का स्वागत किया।
इस सुरक्षा प्रणाली पर होगा करार
वहीं, दो दिवसीय दौरे के दौरान आज दोनों देशों के बीच 'एस-400 ट्राइअम्फ' मिसाइल प्रणाली समझौते होगा, जिस पर पूरा विश्व टकटकी लगाए बैठा है। यहां तक की अमेरिका और पाकिस्तान को दोनों देशों की दोस्ती खटक रही है और उन्हें ये करार रास नहीं आ रही है। बताया गया है कि इस यात्रा की खास बात एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की आपूर्ति के लिए समझौते पर दस्तखत है और यह करार पांच अरब डॉलर का होगा।
जानिए ये डिफेंस सिस्टम क्यों है खास?
असल में एस 400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम एक सुरक्षा प्रणाली है, जिसके तहत एस 400 मिसाइलें हवा में ही दुश्मनी कार्रवाई को निशाना बनाकर उन्हें ध्वस्त कर देंगी। इसमें कुल 8 मिसाइल लॉन्चर होते हैं। इससे 400 मिसाइलों को दागा जा सकता है। जबकि इसमें मस्ट प्रणाली होने चलते एक साथ 72 मिसाइलें लॉन्च कर सकते हैं। सोशल मीडिया में भी इस मिसाइल सिस्टम को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं।
भारत के पास नहीं है इतनी क्षमता वाली कोई सुरक्षा प्रणाली
भारत के पास फिलहाल इतनी क्षमता वाली कोई सुरक्षा प्रणाली नहीं है। भारत अभी स्पाइडर, आकाश और बराक से अपनी सुरक्षा करता है। लेकिन हाल के दिनों कई सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने सेना के पास हथियारों की कमी को लेकर बातें की थीं। राफेल विमानों को भी उसके लिए नाकाफी बताया था। एस-400 उनको ताकत देंगी।
पीएम ने ट्वीट कर किया स्वागत
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दोस्त पुतिन के भारत पहुंचे पर दो भाषाओं में ट्वीट किया, जिसमें अंग्रेजी और रूसी भाषा शामिल थी। पीएम ने ट्वटी कर कहा कि भारत में आपका स्वागत है राष्ट्रपति पुतिन। हमारी बातचीत को लेकर उत्सुक हूं, इससे भारत-रूस संबंध और प्रगाढ़ होंगे। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय भारत यात्रा पर पहुंचे। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
आज होगा द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन
19वां भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन यहां आज होगा। रूसी रक्षा कंपनियों के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों के मद्देनजर मोदी और पुतिन के इसमें द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करने की उम्मीद है। दोनों नेताओं के ईरानी कच्चे तेल के आयात पर अमेरिकी प्रतिबंधों सहित प्रमुख क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करने की संभावना है।