लालू परिवार ने गरीब की जमीन अपने नाम करवा ली?, बिक्रमगंज में पीएम मोदी ने कहा- सासाराम के नाम में ही राम, देखें वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: May 30, 2025 13:10 IST2025-05-30T13:09:47+5:302025-05-30T13:10:46+5:30
आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को नई गति देने का सौभाग्य मिला है। यहां करीब 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।

photo-lokmat
बिक्रमगंजः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतास जिले के बिक्रमगंज में 48 हजार 500 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात बिहारवासियों की दी। इसके बाफ़ उन्होंने भोजपुरी भाषा से अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आप सबहीं के प्रणाम करत बानी। उन्होंने कहा कि आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को गति देने का सौभाग्य मिला। यहां करीब 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। पीएम मोदी ने च से गरजते हुए यह भी कहा कि ‘यह नया भारत है और यह नए भारत की शक्ति है। जिन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था। उनके ठिकानों को हमारी सेना ने खंडहर में बदल दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की बेटियों के सिंदूर की शक्ति को पाकिस्तान और दुनिया ने भी देख लिया।
हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है, फिर व्वो चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर हो।
— BJP (@BJP4India) May 30, 2025
बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का कैसे खात्मा किया है, बिहार के लोग इसके साक्षी हैं।
- पीएम @narendramodihttps://t.co/lA1HBW5ivC
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत की ताकत दुश्मन ने देखी। यह तो हमारे तरकस का केवल एक ही तीर है। पीएम मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘अभी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई थमी नहीं है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब मैं बिहार आया हूं, तो अपना विचार पूरा करने के बाद आया हूं।
अभी पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, हमारे कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन बाद मैं बिहार आया था और मैंने बिहार की धरती से देश से वादा किया था, वचन दिया था। उन्होंने कहा कि बिहार की धरती से आंख में आंख मिलाकर हमने कहा दिया था कि आतंक और आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
बिहार की धरती से मैंने कहा था कि उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। उस वादा को पूरा करने के बाद बिहार आया हूं। पीएम मोदी ने कहा कि प्राण जाए पर वचन ना जाए। यानी एक बार वचन दे दिया तो वो पूरा होकर ही रहता है। प्रभु राम की यह रीति, नए भारत की नीति बन गई है। पीएम मोदी ने कहा कि मां भारती की रक्षा हमारे बीएसएफ के जवानों के लिए सर्वोपरि है।
यही मातृभूमि की सेवा का पवित्र कर्तव्य निभाते हुए 10 मई को सीमा पर बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए थे। मैं बिहार के इस वीर बेटे को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। वहीं, पीएम मोदी ने लालू यादव और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री काल को याद करते हुए इसे बिहार के लिए जंगलराज का दौर बताया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद वालों ने कभी दलित, पिछड़ों की इतनी तकलीफों की चिंता तक नहीं की। ये लोग विदेशियों को बिहार की गरीबी दिखाने के लिए घुमाने लाते थे। यहां करोडों लोगों के सिर पर पक्की छत तक नहीं थी। बिहार के लोगों की ये दुर्दशा, पीड़ा, ये तकलीफ क्या कांग्रेस और राजद का यही सामाजिक न्याय था। इससे ज्यादा अन्याय कोई नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बिहार को सबसे ज्यादा ठगा, जिनके दौर में बिहार के गरीब और वंचित तबके को बिहार छोड़कर जाना पड़ा, आज वही लोग सत्ता पाने के लिए सामाजिक न्याय का झूठ बोल रहे हैं। दशकों तक बिहार के दलित, पिछड़ों और आदिवासियों के पास शौचालय तक नहीं था। दशकों तक हमारे इन भाई-बहनों के पास बैंक में खाता तक नहीं था। बैंकों में उनकी एंट्री बंद थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मखाना बोर्ड की घोषणा की है। हमने बिहार के मखाना को जीआई टैग दिया, इससे मखाना किसानों को बहुत लाभ हुआ है! इस साल के बजट में हमने बिहार में फूड प्रोसेसिंग के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट का भी ऐलान किया है। अपने भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने सासाराम की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि, ‘सासाराम,जिसके नाम में ही राम है।
श्रीराम की रीत है- प्राण जाए पर वचन ना जाए। इस रीति को हमने नीति बनाया और एक बार जो वचन ले लिया, उसे पूरा करके ही रहते हैं। उन्होंने कहा कि साल 2014 से पहले देश में 125 से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे, अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। अब सरकार सड़क भी दे रही है, रोजगार भी दे रही है।
वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। शांति, सुरक्षा, शिक्षा और विकास गांव-गांव तक बिना रुकावट के पहुंचेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि मुंह पर नकाब लगाए, हाथों में बंदूक थामे नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आएं, हर किसी को ये खौफ रहता था। नक्सल प्रभावित गांव में न तो अस्पताल होता था, न मोबाइल टावर, कभी स्कूल जलाए जाते थे।
कही सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था। इन लोगों का बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान पर कोई विश्वास नहीं था। 2014 के बाद हमने इस दिशा में और तेजी से काम किया, हमने माओवादियों को उनके किए की सजा देनी शुरू की। पीएम मोदी सभास्थल में एक खुली जीप में सवार होकर पहुंचे।
इस दौरान उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा मौजूद रहे। उनके आगमन पर बड़ी संख्या में मौजदू लोगों ने पूरे उत्साह के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया। सभा में महिलाओं की भारी संख्या देखी गई। पीएम मोदी का भाषण सुनने लोगों का हुजुम उमड पडा था। पंडाल में जगह नही मिलने पर लोग पेड पर चढ गए थे।