पीएम मोदी ने कर्नाटक में लोगों से पूर्ण बहुमत की सरकार चुनने का आग्रह किया, महागठबंधन को बताया 'महामिलावट'

By भाषा | Published: March 6, 2019 08:03 PM2019-03-06T20:03:52+5:302019-03-06T20:05:13+5:30

पीएम मोदी ने साथ ही भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के विपक्षी दलों के प्रयासों को ‘‘स्वार्थ की राजनीति’’ बताते हुए निशाने पर लिया और कहा कि वे केवल ‘‘मोदी हटाओ’’ एजेंडे से निर्देशित हैं।

PM Modi appeal people to select full majority government | पीएम मोदी ने कर्नाटक में लोगों से पूर्ण बहुमत की सरकार चुनने का आग्रह किया, महागठबंधन को बताया 'महामिलावट'

पीएम मोदी ने कर्नाटक में लोगों से पूर्ण बहुमत की सरकार चुनने का आग्रह किया, महागठबंधन को बताया 'महामिलावट'

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कर्नाटक के लोगों से आगामी लोकसभा चुनाव में एक पूर्ण बहुमत की सरकार चुनने का आग्रह करते हुए इस बात पर बल दिया कि ‘‘महामिलावट’’ सरकार आधा परिणाम देगी।

मोदी ने साथ ही भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के विपक्षी दलों के प्रयासों को ‘‘स्वार्थ की राजनीति’’ बताते हुए निशाने पर लिया और कहा कि वे केवल ‘‘मोदी हटाओ’’ एजेंडे से निर्देशित हैं।

उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि देश को 30 वर्षों बाद दिल्ली में एक पूर्ण बहुमत की सरकार मिली। उन्होंने कहा, ‘‘यदि वह (सरकार) आधी और अधूरी रहती तो वह आधा और अधूरा प्रदर्शन करती। यह (सरकार) पूर्ण है, अपना काम पूरा करती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसी कारण से मोदी उनके लिए चिंता का कारण बन गया है। दिन रात, वे एक ही काम में लगे हैं...‘मोदी हटाओ।’

लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के गढ़ में आयोजित एक जनसभा में मोदी ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकाने पर वायुसेना के हवाई हमले की ओर इशारा करते हुए आज अपने ‘‘दमखम’’ की बात की।

उन्होंने कहा, ‘‘वह मोदी के कारण नहीं बल्कि 125 करोड़ लोगों के (संकल्प) चलते हुआ।’’

मोदी ने कहा कि वे आतंकवाद, गरीबी और भ्रष्टाचार को मिटाने पर काम कर रहे हैं जबकि विपक्ष उन्हें हटाने के लिए साथ आ रहा है।

उन्होंने लोगों को ‘‘महागठबंधन’’ के प्रति आगाह किया और उन्होंने उसे ‘‘महामिलावट’’ करार दिया और कहा कि अपने परिवार के लिए राजनीति करने वाले नेता ‘न्यू इंडिया’ और उसकी नयी नीतियों को पसंद नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘वे एक मजबूत सरकार से डरते हैं। इसलिए वे एक मजबूर सरकार चाहते हैं।’’

उन्होंने कर्नाटक का हवाला देते हुए दावा किया कि कर्नाटक में एक ‘‘निरीह’’ सरकार है। मोदी ने कहा कि गठबंधन सहयोगी...कांग्रेस और जदएस...अलग अलग दिशा में खींच रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘एक यहां खींचता है, दूसरा वहां खींचता है। एक कहता है मुझे इतना दीजिये, दूसरा कहता है आपने उसे दो दिया मुझे चार दीजिये, तीसरा आठ की मांग करता है।’’

मोदी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी को ‘‘रिमोट नियंत्रित मुख्यमंत्री’’ बताया और आरोप लगाया कि उन्हें कांग्रेस द्वारा निर्देशित किया जा रहा है।

उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से सवाल किया, ‘‘कर्नाटक बुरी स्थिति में है। क्या हम देश की स्थिति को खराब होने दे सकते हैं?’’

मोदी ने अपनी सरकार की ओर से कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने के किये गए प्रयासों के बारे में बात की और कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए है कि राशि गरीबों तक सीधे पहुंचे।

उन्होंने कहा,‘‘आपको यह जानकार हैरानी होगी कि इन फर्जी नामों से प्रत्येक वर्ष 1,10,000 करोड़ रुपये बिचौलियों के हाथ में जा रहे थे। अब इस पर रोक लग गई है।’’

मोदी ने कहा,‘‘यदि किसी को 125 करोड़ लोगों का आशीर्वाद प्राप्त हो...वह कभी डरेगा नहीं। भारत ने मुझे यह ताकत दी है। 125 करोड़ लोगों ने यह ताकत दी है। जो दमखम विश्व महसूस कर रहा है, यह दम भारत के 125 करोड़ लोगों का है।’’

प्रधानमंत्री का इशारा परोक्ष रूप से भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैशे मोहम्मद के ठिकाने पर किये गए हवाई हमले की ओर था।

भारतीय वायुसेना की ओर से किया गया यह हवाई हमला कश्मीर में सीआरपीएफ के एक काफिले पर आत्मघाती हमले के 12 दिन बाद किया गया था।

उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस...जदएस गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस राज्य के लोगों की पीठ में छुरा भोंककर सत्ता में आयी है और मुख्यमंत्री ने हाल में शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए किसानों की सूची नहीं भेजी है।

मोदी ने कहा कि कर्नाटक के करीब 71 लाख किसानों को केंद्रीय योजना से लाभ होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार में लिप्त होने वाले कर्नाटक के किसानों से अन्याय कर रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं यदि वे किसानों के अधिकारों के बीच दीवार के तौर पर खड़े होंगे तो कर्नाटक के किसान उसे ध्वस्त कर देंगे।’’

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