इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर पीयूष गोयल का कांग्रेस पर निशाना, कहा- वह वर्षों से है भ्रष्टाचार में लिप्त, बीजेपी ने किया कालेधन पर वार
By रामदीप मिश्रा | Published: November 21, 2019 08:33 PM2019-11-21T20:33:52+5:302019-11-21T20:33:52+5:30
इलेक्टोरल बॉन्ड मामलाः पीयूष गोयल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने पहली बार चुनाव आयोग की सलाह पर कैश में डोनेशन के रूप में 2000 रूपये से ज्यादा देने पर रोक लगा दी। पहले 20 हजार तक कैश में डोनेशन दी जा सकती थी।
संसद के शीतकालीन सत्र जारी में कांग्रेस ने लोकसभा व राज्यसभा में इलेक्टोरल बॉन्ड का मुद्दा उठाया, जिसके बाद गुरुवार देर शाम केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि पीएम मोदी की सरकार में भारतीय राजनीति में पारदर्शिता लाने के लिए जो एक बहुत अहम कदम उठाया इलेक्ट्रोरल बॉन्ड्स का है। इससे पहली बार भ्रष्टाचार और बदनामी से जुड़ा हुआ पैसा जो कई पार्टियों को चलाए जा रहा था उसके ऊपर रोक लगाने में सफल हुए हैं। बता दें कांग्रेस ने मोदी सरकार को संसद में घेरते कहा है कि बीजेपी इलेक्टोरल बॉन्ड से मिलने वाले पूरे चंदे का खुलासा करे।
पीयूष गोयल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने पहली बार चुनाव आयोग की सलाह पर कैश में डोनेशन के रूप में 2000 रूपये से ज्यादा देने पर रोक लगा दी। पहले 20 हजार तक कैश में डोनेशन दी जा सकती थी। इलेक्टोरल बॉन्ड का सिर्फ वही लोग विरोध कर रहे हैं, जो काले धन में विश्वास करते हैं और जिनको आदत पड़ गई है चुनाव में काला धन इस्तेमाल करने की।
उन्होंने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने राफेल पर अनाप-शनाप आरोप लगाए, जिसको जनता ने भी नकार दिया और कोर्ट ने भी उनके बेबुनियाद आरोपों को नष्ट कर दिया। बीजेपी एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसने लगातार कालेधन पर वार किया है और चुनावी प्रणाली में ईमानदार पैसे को प्रोत्साहन दिया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वर्षों से भ्रष्टाचार में लिप्त है। हाल का देखें तो किस प्रकार से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के यहां चुनाव आयोग ने करोड़ों रुपये जब्त किए। मैं जब विपक्ष में था तो ये विषय उठता था कि कोई तरीका निकाला जाए, जिससे विपक्ष को भी लोग बिना डर के पैसे दे सकें। उस समय अगर कोई हमें चेक से पैसा देता था, तो उस समय की कांग्रेस सरकार उनके ऊपर अनाप-शनाप कार्रवाई करती थी, उन्हें तंग करती थी।
उन्होंने कहा कि वर्षों तक जिन पार्टियों में व्यक्ति अमीर हुए, व्यक्तियों ने भ्रष्टाचार का पैसा लिया और राजनीति को भ्रष्टाचार में लिप्त कर दिया। आज उन्हें जब चोट लगी और ईमानदार पैसा राजनीति में आया तो अब ये आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। हमने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के माध्यम से सुनिश्चित किया है कि जो भी पैसा राजनीति में आये, वो पैसा बैंक के माध्यम से आये, उसका केवाईसी हो।