भरतपुर: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को उस समय भारी फजीहत का सामना करना पड़ा, जब सूबे के भरतपुर में राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए चलाए जाने वाले 'इंदिरा रसोई योजना' के फूड सेंटर के बाहर रखी जूठी थालियों को सूअरों द्वारा चाटने का मंजर सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक बेजुबान सूअर खाने की तलाश में निकले थे और उन्हें पटरी पर रखी थाली दिखाई दे गई, जिसमें थोड़ा बहुत जूठन अन्न पड़ा हुआ था। अब सूअरों को क्या पता था कि वो जैसे ही थाली को चाटेंगे बवाल खड़ा हो जाएगा। उन्हें क्या पता था कि जूठी थालियां राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही इंदिरा रसोई सेंटर की है, उन्होंने थाली साफ की और आगे निकल गये।
लेकिन इस दौरान किसी ने मोबाइल से सूअरों की कारस्तानी को कैमरे में कैद कर लिया और देखते ही देखते सूअर की थाली के साथ वाली फोटो वायरल हो गई। सर्कुलेट होते-होते तस्वीर प्रशासन के पास भी पहुंची। उसके बाद वो हरकत में आया और अब मामले की जांच हो रही है।
इस संबंध में भरतपुर नगर पालिक के अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "प्रशासन ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है और राज्य सरकार की 'इंदिरा रसोई योजना' के तहत जो ठेकेदार इस फूड सेंटर को चला रहे थे, उनका ठेका रद्द किया जा रहा है। मामले में योजना को चलाने वाले नागरिक संगठन के खिलाफ जांच के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।"
मालूम हो कि कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने सूबे की गरीब जनता के लिए इंदिरा रसोई योजना की शुरूआत इसी साल सितंबर के महीने में शुरू किया था। इसके तहत एनजीओ के माध्यम से राज्य सरकार गरीबों को दोपहर और रात का भोजन करवाया जाता है। भोजन का मूल्य 8 रुपये निर्धारित है।
योजना के तहत परोसे जाने वाली थाली में आवश्यक रूप से चपाती, चावल, दाल और सब्जी के साथ सलाद भी दिया जाता है। इंदिरा रसोई योजना के तहत चलने वाले राज्य भर के फूड स्टॉल पर सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम में 5:00 बजे से रात के 8:00 बजे तक भोजन दिया जाता है।