लाइव न्यूज़ :

उज्जैन में साधु-संतों के लिए स्थायी आश्रम योजना: हरिद्वार की तर्ज पर धार्मिक शहर का विकास होगा

By बृजेश परमार | Updated: October 21, 2024 12:01 IST

हरिद्वार की तर्ज पर उज्जैन में साधु-संतों और अखाड़ों के लिए स्थायी आश्रम बनाने की एक विशेष योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत समस्त अखाड़े, साधु-संत, महामंडलेश्वर और अखाड़ा परिषद के अध्यक्षों को यहां स्थायी रूप से आश्रम बनाने के लिए भूमि आवंटित की जाएगी।

Open in App
ठळक मुद्देयोजना का उद्देश्य धार्मिक आयोजनों और कथाओं के लिए साधु-संतों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराना है मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अल्प सूचना पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा कीशहर के बुनियादी ढांचे में स्थायी निर्माण कार्यों पर जोर दिया जाएगा

उज्जैन: हरिद्वार की तर्ज पर उज्जैन में साधु-संतों और अखाड़ों के लिए स्थायी आश्रम बनाने की एक विशेष योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत समस्त अखाड़े, साधु-संत, महामंडलेश्वर और अखाड़ा परिषद के अध्यक्षों को यहां स्थायी रूप से आश्रम बनाने के लिए भूमि आवंटित की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य धार्मिक आयोजनों और कथाओं के लिए साधु-संतों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

सिंहस्थ मेला कार्यालय में सोमवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अल्प सूचना पर  प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि उज्जैन में आने वाले समय में सिंहस्थ 2028 के आयोजन को ध्यान में रखते हुए, शहर के बुनियादी ढांचे में स्थायी निर्माण कार्यों पर जोर दिया जाएगा। पहले अस्थायी रूप से बनने वाली सड़कों और अन्य निर्माण कार्यों के बजाय अब स्थायी रूप से निर्माण करने की योजना बनाई जा रही है ताकि बारिश के बाद भी संरचनाएं खराब न हों। उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम से इस योजना को साकार किया जाएगा।

योजना के तहत साधु-संतों को पांच बीघा जमीन आवंटित की जाएगी, जिसमें से केवल एक बीघा पर निर्माण कार्य करने की अनुमति होगी, जबकि शेष भूमि को खुला रखना होगा। इसके अलावा, उज्जैन में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल जैसी बुनियादी सेवाएं भी रहेंगी, लेकिन साधु-संतों को भूमि आवंटन में प्राथमिकता दी जाएगी।

शहर में विकास योजनाओं के साथ ही उज्जैन-देवास-इंदौर-फतेहाबाद के बीच वंदे मातरम सर्कल ट्रेन चलाने की स्वीकृति भी दी जा चुकी है, जिससे क्षेत्र की यातायात सुविधाओं में सुधार होगा। वहीं, दताना मताना स्थित एयरपोर्ट को भी विकसित किया जाएगा और उज्जैन में 24 घंटे हवाई सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।

साधु-संतों और अखाड़ों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया जनप्रतिनिधियों द्वारा की जाएगी, जो महामंडलेश्वरों और अखाड़ा परिषद से संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त करेंगे। इस बड़े धार्मिक अभियान का उद्देश्य उज्जैन को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में और भी समृद्ध बनाना है।

टॅग्स :Madhya PradeshUjjain
Open in App

संबंधित खबरें

भारतफिर खुलेगी आईएएस संतोष वर्मा की फाइल, हाईकोर्ट ने पुलिस जांच को दी मंजूरी

भारतमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक, अफसरों को अधिकाधिक अस्पतालों और डॉक्टर्स को आयुष्मान योजना से जोड़ने के निर्देश

भारतमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री-परिषद की बैठक से पहले किया संबोधित, मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ थाने को देश के श्रेष्ठ थानों की रैंकिंग में 9वां स्थान प्राप्त होने पर दी बधाई

भारतमध्यप्रदेश: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने संबोधन में क्या-क्या बोले? ये रहे उनके भाषण के अहम बिंदु

भारतसीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने सुपुत्र का पाणिग्रहण संस्कार सामूहिक विवाह समारोह में कर मिसाल प्रस्तुत की, स्वामी रामदेव ने मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न कराया 21 जोड़ों का विवाह संस्कार

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई