Tirupati Laddu controversy: तिरुमाला के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रतिष्ठित लड्डू प्रसाद में मिलावटी घी के कथित इस्तेमाल को लेकर मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को एक कड़े बयान के साथ विवाद को और हवा दे दी है। मीडिया से बात करते हुए विजयवर्गीय ने कथित मिलावट पर गहरी नाराजगी जताई और प्रसाद को अपवित्र करने वालों के लिए मौत की सजा की मांग की।
उन्होंने कहा, "कल रात मैंने सुना कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाया गया है, जिसके बाद मैं खाना नहीं खा सका। मैं कई बार मंदिर गया हूं और प्रसाद खाया है। सनातन धर्म को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है।" उन्होंने कहा, "ऐसे काम करने वालों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।"
इस बीच, शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कथित विवाद को लेकर पिछली वाईएसआरसीपी सरकार की आलोचना की। मीडिया से बात करते हुए आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने सनातन धर्म परिरक्षक के गठन की मांग की।
उन्होंने कहा, "यदि मूर्तियों के साथ किसी भी प्रकार का अपवित्र व्यवहार होता है, मंदिर की पवित्रता बरकरार नहीं रहती है, तो सनातन धर्म परिरक्षक बोर्ड आज की जरूरत है... बोर्ड इसलिए जरूरी है क्योंकि जब आप इसे राजनीतिक समूहों पर छोड़ देते हैं, तो ऐसी घटनाएं नियमित रूप से होने की संभावना होती है। इसे रोकने और स्थायी समाधान खोजने के लिए, मुझे लगता है कि बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "शायद मैं अपने मंत्रिमंडल के साथ-साथ मुख्यमंत्री से भी बात करूंगा। मैं व्यक्तिगत रूप से इसे आगे बढ़ाऊंगा... हम सनातन धर्म परिरक्षक बोर्ड जैसा कुछ गठित करेंगे; यह आवश्यक है... मैं इसे अगली कैबिनेट बैठक में उठाऊंगा।"