15000 से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रति माह, ‘जेपी सेनानियों’ की पेंशन राशि दोगुनी, लालू प्रसाद भी योजना के लाभार्थी
By एस पी सिन्हा | Updated: August 13, 2025 18:32 IST2025-08-13T18:19:03+5:302025-08-13T18:32:10+5:30
‘‘छह महीने से ज़्यादा जेल में रहने वाले ‘जेपी सेनानियों’ की पेंशन 15,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रति माह कर दी गई है, और कम अवधि की जेल की सज़ा काटने वालों की पेंशन 7,500 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है।’’

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पटनाः बिहार सरकार ने बुधवार को ‘जेपी सेनानियों’ की पेंशन राशि में दोगुनी वृद्धि की घोषणा की। ये राजनीतिक कार्यकर्ता आपातकाल के दौरान समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के आंदोलन का समर्थन करने के लिए जेल गए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई।
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— Zee News (@ZeeNews) August 13, 2025
नीतीश कुमार स्वयं आपातकाल की घोषणा से एक साल पहले 1974 में शुरू हुए ‘जेपी आंदोलन’ में एक प्रमुख व्यक्ति थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘छह महीने से ज़्यादा जेल में रहने वाले ‘जेपी सेनानियों’ की पेंशन 15,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रति माह कर दी गई है, और कम अवधि की जेल की सज़ा काटने वालों की पेंशन 7,500 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है।’’
यह फैसला राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले लिया गया है। कुमार ने 2009 में जयप्रकाश नारायण के नाम पर पेंशन योजना शुरू की थी। हालांकि मुख्यमंत्री पेंशन के लिए आवश्यक शर्तें पूरी करते हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए कभी आवेदन नहीं किया। राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी इस योजना के लाभार्थियों में से एक हैं।