सूरत, 20 अगस्तः अहमदाबाद अपराध शाखा द्वारा देशद्रोह के एक पुराने मामले में हार्दिक पटेल और करीबी साथी पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता अल्पेश कठेरिया की हिरासत के विरोध में भीड़ ने रविवार रात सूरत में बीआरटीएस की एक बस फूंक दी और एक बस स्टैंड पर तोड़फोड़ की, जिससे शहर में तनाव पैदा हो गया। योगी चौक इलाके में बस को आग लगाई गई और वरच्छा इलाके में बस स्टैंड पर तोड़फोड़ की गई।
भीड़ ने सड़कों पर टायर भी फूंके और पथराव किया। कठेरिया को अहमदाबाद में अपराध शाखा ने उस समय गिरफ्तार किया जब वह सांकेतिक उपवास पर बैठने जा रहे थे। सूरत पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। वहीं, नेता हार्दिक पटेल और उनके समर्थकों को रविवार अहमदाबाद निकोल इलाके में उपवास आयोजित करने का प्रयास करने पर गिरफ्तार कर लिया गया।
पाटीदार आंदोलन समिति (पास) ने इस इलाके के पार्किंग वाले स्थान पर उपवास कार्यक्रम की योजना बना रखी थी। इस सांकेतिक उपवास का लक्ष्य 25 अगस्त को हार्दिक के नियोजित कार्यक्रम के लिए मैदान आवंटन की मांग था। पटेल नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। हार्दिक ने 25 अगस्त से आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठने की घोषणा की थी।
डीसीपी (अपराध शाखा) दीप भद्रन ने कहा, ‘‘हार्दिक और आठ अन्य लोग हार्दिक के घर के बाहर अवैध रुप से जमा होने और अन्य आरोपों को लेकर हिरासत में लिये गये हैं। ’’ डीसीपी (जोन V) हिमकर सिंह ने बताया कि पुलिस ने निकोल और रामोल इलाकों से कम से कम 30 नेता और समर्थक गिरफ्तार किये गये हैं। वे प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे जिसकी पुलिस अनुमति नहीं थी।
हार्दिक को हिरासत में लिये जाने के बाद कई पास सदस्यों ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए अपराध शाखा के सामने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले हार्दिक के सहयोगी निखिल सवानी ने भाजपा पर दमन का आरोप लगाया। हार्दिक ने 25 अगस्त के कार्यक्रम के वास्ते अनुमति के संबंध में हस्तक्षेप करने के लिए शनिवार को मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से भेंट की थी।