भारत और चीन के बीच अतीत सहज नहीं लेकिन एक साथ अच्छा भविष्य होना बहुत जरूरीः जयशंकर
By भाषा | Published: October 22, 2019 02:29 PM2019-10-22T14:29:13+5:302019-10-22T14:29:13+5:30
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि शीर्ष स्तर पर दोनों देशों में इस तरह की खुली चर्चा होती है। यदि आप एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं कर सकते हैं, तो आप वास्तव में सही दिशा में आगे नहीं बढ़ सकते हैं।’’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के बीच सहज अतीत नहीं रहा है लेकिन दोनों देशों के लिए एक साथ अच्छा भविष्य होना बहुत जरूरी है।
मामल्लापुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हालिया अनौपचारिक बैठक का उल्लेख करते हुए जयशंकर ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि दोनों देशों के नेताओं के बीच खुलकर, स्पष्ट बातचीत हुई है।
अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी मंच द्वारा आयोजित परिचर्चा में विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि शीर्ष स्तर पर दोनों देशों में इस तरह की खुली चर्चा होती है। यदि आप एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं कर सकते हैं, तो आप वास्तव में सही दिशा में आगे नहीं बढ़ सकते हैं।’’
जयशंकर ने कहा कि यह दोनों देशों के संबंधों के लिए अच्छा है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और चीन का अतीत सहज नहीं रहा है लेकिन मुझे लगता है कि दोनों देशों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उनका भविष्य अच्छा हो। एक अच्छा भविष्य खुद का नहीं बल्कि एक साथ अच्छा भविष्य।’’