नई दिल्लीः संसद का शीतकालीन सत्र एक दिसंबर से शुरू होगा। इसका समापन 19 दिसंबर को होगा। शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शीतकालीन संसद सत्र के संबंध में सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने बताया कि संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन तिथियों पर संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
रीजीजू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने संसद का शीतकालीन सत्र एक दिसंबर 2025 से 19 दिसंबर, 2025 तक (संसदीय कार्य की अनिवार्यताओं के अधीन) आयोजित करने के सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।” उन्होंने कहा, “मैं एक रचनात्मक और सार्थक सत्र की आशा करता हूं जो हमारे लोकतंत्र को मजबूत करेगा और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।”
संसद के मानसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच 26 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले और उसके बाद पाकिस्तान तथा पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' सहित कई मुद्दों पर तीखी बहस हुई। मानसून सत्र के दौरान विपक्ष की बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर चर्चा की माँग को लेकर लगातार व्यवधान का सामना करना पड़ा।
संसद के शीतकालीन सत्र में असामान्य रूप से देरी और कटौती की गई है : कांग्रेस
कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि एक दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में "असामान्य रूप से देरी और कटौती" की गई है, क्योंकि सरकार के पास कोई विधायी कामकाज नहीं है तथा चर्चा भी नहीं होने दी जाएगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि इस साल शीतकालीन सत्र में महज 15 कार्य दिवस होंगे।
उन्होंने कहा, "अभी घोषणा की गई है कि संसद का शीतकालीन सत्र एक दिसंबर से 19 दिसंबर तक होगा। इसमें असामान्य रूप से देरी और कटौती की गई है। यह केवल 15 कार्य दिवस होंगे।" रमेश ने सवाल किया कि क्या संदेश दिया जा रहा है? उन्होंने दावा किया, " स्पष्ट रूप से सरकार के पास कोई विधायी कामकाज नहीं है, पारित करने के लिए कोई विधेयक नहीं है और चर्चा की अनुमति नहीं है।"
इससे पहले, दिन में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने घोषणा की कि संसद का शीतकालीन सत्र एक से 19 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। पिछले साल शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से 20 दिसंबर तक आयोजित किया गया था।