नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृहस्पतिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर दावा किया कि संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने उन्हें धक्का दिया जिसके कारण उनका संतुलन बिगड़ गया और वह जमीन पर बैठने को मजबूर हो गए। उन्होंने यह आग्रह भी किया कि मामले की जांच कराई जाए क्योंकि यह न केवल उन पर, बल्कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला था। खरगे ने बिरला को लिखे पत्र में कहा, ‘‘आज सुबह ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के घटक दलों के सांसदों ने प्रेरणा स्थल स्थित डॉक्टर आंबेडकर की प्रतिमा से ‘मकर द्वार’ तक मार्च निकाला। यह मार्च 17 दिसंबर, 2024 को राज्यसभा में अपने भाषण में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा आंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में निकाला गया था। जब मैं विपक्षी सांसदों के साथ मकर द्वार पहुंचा तो भाजपा सांसदों ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की।
मैं अपना संतुलन खो बैठा और मकर द्वार के सामने जमीन पर बैठने को मजबूर हो गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे मेरे घुटनों पर चोट आई, जिनकी पहले ही सर्जरी हो चुकी है।’’ खड़गे के अनुसार, इसके बाद, कांग्रेस सांसद एक कुर्सी लेकर आए और उन्हें उस पर बैठाया गया।
उन्होंने कहा कि इसके बाद बड़ी मुश्किल से और अपने सहकर्मियों के सहयोग से वह लड़खड़ाते हुए सुबह 11 बजे राज्यसभा में पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे इस घटना की जांच का आदेश देने का आग्रह करता हूं जो न केवल मुझ पर, बल्कि राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला है।’’
कांग्रेस सांसदों का बिरला को पत्र: भाजपा के तीन सांसदों ने राहुल से धक्का-मुक्की की, कार्रवाई की जाए
कांग्रेस के कुछ सांसदों ने बृहस्पतिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सांसदों ने संसद परिसर में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की, जो न सिर्फ कांग्रेस नेता की गरिमा पर हमला है, बल्कि संसद की लोकतांत्रिक भावना के विपरीत भी है। उन्होंने बिरला से आग्रह किया कि इस मामले में वह उचित कार्रवाई करें।
इस पत्र पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, निचले सदन में मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश, सचेतक मणिकम टैगोर तथा कुछ अन्य सदस्यों के हस्ताक्षर हैं। कांग्रेस सांसदों ने पत्र में कहा, ‘‘ हम आज संसद परिसर में हुई एक घटना के संबंध में अपनी गहरी पीड़ा व्यक्त करने के लिए यह पत्र लिख रहे हैं।
‘इंडिया’ गठबंधन के सदस्य शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा से मकर द्वार तक मार्च निकाल रहे थे। जैसे ही हमने मकर द्वार से संसद में प्रवेश करने का प्रयास किया, तो हमें रोका गया।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के तीन सांसदों ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की। हालांकि पत्र में इन तीनों सांसदों के नामों का उल्लेख नहीं है।
उनका कहना है, ‘‘यह विपक्ष के नेता को दिए गए विशेषाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है और एक सांसद के रूप में मिले अधिकारों का हनन है।’’ कांग्रेस सांसदों ने कहा कि भाजपा सांसदों का आचरण न केवल राहुल गांधी की व्यक्तिगत गरिमा पर हमला था, बल्कि संसद की लोकतांत्रिक भावना के विपरीत था। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आप इस मामले को पूरी गंभीरता से लेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।’’