Parliament Update: दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी सदस्यों का हंगामा, अमित शाह इस्तीफा दो पर अड़े
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 4, 2020 12:41 IST2020-03-04T12:41:13+5:302020-03-04T12:41:13+5:30
हंगामे के कारण पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल सदन में दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम चर्चा को तैयार हैं लेकिन विपक्ष सदन नहीं चलने देना चाहता।
नई दिल्लीः लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर जल्द ही चर्चा कराने तथा सरकार से जवाब की मांग कर रहे कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और सपा समेत विपक्षी सदस्यों के भारी शोर-शराबे के कारण बुधवार को सदन में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सके।
हंगामे के कारण पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल सदन में दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं।
बहरहाल, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को सदन में कहा कि सरकार सामान्य स्थिति बहाल होने पर होली के बाद दिल्ली की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर चर्चा कराने को तैयार है और अभी (विपक्ष) सदन की कार्यवाही चलने देनी चाहिए।
जोशी ने कहा, ‘‘सरकार 11 मार्च को लोकसभा में और 12 मार्च को राज्यसभा में दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।’’ उन्होंने कहा कि संवैधानिक दायित्व हैं और विधेयक पारित करना है। जोशी ने कहा कि हम चर्चा को तैयार हैं लेकिन विपक्ष सदन नहीं चलने देना चाहता। इससे पहले, आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सहित विपक्षी दल दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग करने लगे।
कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में तख्तियां थी, जिन पर लिखा था, ‘‘अमित शाह इस्तीफा दो।’’ कांग्रेस सदस्य ‘प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे भी लगा रहे थे। तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक एवं कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थानों से ही मांग कर रहे थे। इस बीच, पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने शोर-शराबा करने वाले सदस्यों से अपने स्थान पर जाने तथा कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने इस दौरान दो प्रश्न भी लिये।
शोर-शराबा थमता नहीं देख पीठासीन सभापति सोलंकी ने कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे कार्यवाही पुन: शुरू होते ही कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे।
पीठासीन सभापति सोलंकी ने आज की कार्यसूची में उल्लेखित वर्ष 2020-21 के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की अनुदानों की मांगों पर चर्चा के संदर्भ में कहा, ‘‘आज हमें सामाजिक न्याय के विषय पर चर्चा करनी है। दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की चर्चा करनी है।’’ उन्होंने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘आप लोग अपने स्थान पर चले जाएं।’’ हालांकि शोर-शराबा जारी रहा और पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
Lok Sabha adjourned till 12 noon following ruckus by Opposition leaders demanding discussion on the issue of Delhi violence. https://t.co/n3n3YjlHRF
— ANI (@ANI) March 4, 2020