Paralympics 2024: भारत की रुबीना फ्रांसिस ने रचा इतिहास, महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीता कांस्य
By रुस्तम राणा | Updated: August 31, 2024 19:14 IST2024-08-31T19:05:17+5:302024-08-31T19:14:11+5:30
Paralympics 2024: इतिहास रचते हुए रुबीना फ्रांसिस पिस्टल स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय पैरा-शूटिंग एथलीट बन गई हैं। पैरा ओलंपिक में भारत के लिए यह 5वां मेडल है।

Paralympics 2024: भारत की रुबीना फ्रांसिस ने रचा इतिहास, महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में जीता कांस्य
Paralympics 2024: भारतीय पैरा शूटर रुबीना फ्रांसिस ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल एसएच1 में कांस्य पदक जीता। इतिहास रचते हुए रुबीना पिस्टल स्पर्धा में पदक जीतने वाली पहली भारतीय पैरा-शूटिंग एथलीट बन गई हैं। पैरा ओलंपिक में भारत के लिए यह 5वां मेडल है। जबकि अवनी लेखरा, मोना अग्रवाल और मनीष नरवाल के बाद पैरा-शूटिंग में यह भारत का चौथा पदक था।
ईरान की सरेह जावनमर्डी ने 236.8 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि तुर्की की आयसेल ओजगन ने 231.1 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। फाइनल में, रुबीना 10 शॉट्स की पहली सीरीज़ के बाद तीसरे स्थान पर रहीं। उन्होंने शानदार 10.,7 के साथ शुरुआत की, लेकिन सीरीज़ आगे बढ़ने के साथ उनका स्कोर गिरता गया। जब एलिमिनेशन शुरू हुआ, तो रुबीना ने फ्रांस की गेल एडन से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद अपना स्थान बनाए रखा।
And that's medal no. 5⃣ for 🇮🇳 at #ParisParalympics2024🤩🤩
— SAI Media (@Media_SAI) August 31, 2024
Rubina Francis' magic prevails, she claims a #Bronze🥉in #ParaShooting P2 - Women's 10m Air Pistol SH1 event with a score of 211.1🥳🤩
She becomes 1st Indian para-shooting athlete to win a medal in Pistol event. We are… pic.twitter.com/kZvhaTZm0x
17वें शॉट के बाद रुबीना ने 173.7 के स्कोर के साथ अच्छी बढ़त हासिल कर ली। अगली सीरीज में रुबीना ने 9.5 और 9.8 के स्कोर के साथ पदक पक्का कर लिया, जबकि तुर्की की आयसेगुल पेहलीवनलर चौथे स्थान पर रहीं। चार और शॉट शेष रहने पर रुबीना और ओजगन के बीच रजत पदक के लिए कड़ी टक्कर हुई, लेकिन आखिरकार मध्य प्रदेश की भारतीय निशानेबाज 9.2 और 8.9 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
इससे पहले दिन में रुबीना ने 556/600 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। क्वालीफिकेशन में उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही, उन्होंने 200 में से 180 अंक बनाए, लेकिन तीसरी सीरीज में उन्होंने 100 में से 95 अंक हासिल करते हुए सुधार किया। क्वालीफिकेशन के बाकी हिस्सों में उनके स्कोर काफी हद तक एक जैसे रहे और अंतिम सीरीज में 94 के स्कोर ने उन्हें फाइनल में पहुंचा दिया।