भुवनेश्वरः पद्म श्री से सम्मानित कमला पुजारी को अस्पताल में जबरन नृत्य कराने पर विवाद खड़ा हो गया है। ओडिशा के परजा आदिवासी समुदाय के सदस्यों ने उस महिला सामाजिक कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की गुरुवार को मांग की, जिसने पद्म श्री से सम्मानित कमला पुजारी को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले नृत्य करने के लिए कथित तौर पर मजबूर किया।
गुरुवार सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया जिसमें 70 साल की महिला को सरकारी अस्पताल के आईसीयू में नृत्य करते हुए देखा जा सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता भी उनके साथ नृत्य करती हुई नजर आ रही हैं और पृष्ठभूमि में एक गाने की आवाज सुनायी दे रही है। कमला पुजारी का कहना है कि नृत्य करने की उनकी इच्छा नहीं थी। कोरापुट जिले में समाचार चैनलों से कहा, ‘‘मैं नृत्यु नहीं करना चाहती थी लेकिन मुझे इसके लिए बाध्य किया गया। मैंने बार-बार मना किया लेकिन उन्होंने (सामाजिक कायकर्ता ने) मेरी नहीं सुनी। मुझे नृत्य करना पड़ा। मैं बीमार और थकी थी।’’
आदिवासी समुदाय के एसोसिएशन पराजा समाज के अध्यक्ष हरीश मुदुली ने कोरापुट में कहा कि यदि सरकार सामाजिक कार्यकर्ता ममता बेहेरा के विरूद्ध कार्रवाई करने में विफल रहती है तो उसके सदस्य सड़कों पर उतरेंगे। पुजारी को 2019 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वह गुर्दे की बीमारी के कारण एससीबी मेडकिल कॉलेज एवं अस्पतला में भर्ती थीं।