Padma Awards 2020: सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, जॉर्ज फर्नांडिस समेत 7 हस्तियों को पद्म विभूषण अवॉर्ड, देखें लिस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 25, 2020 22:28 IST2020-01-25T21:08:55+5:302020-01-25T22:28:53+5:30
इसमें इसमें सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, जॉर्ज फर्नांडिस, मैरी कॉम, छन्नूलाल मिश्रा, अनिरुद्ध जुगनौत और विश्वेश तीर्थ स्वामी को दिया जाएगा।

Padma Awards 2020: सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, जॉर्ज फर्नांडिस समेत 7 हस्तियों को पद्म विभूषण अवॉर्ड, देखें लिस्ट
71वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पद्म पुरस्कार पाने वालों के नामों की घोषणा कर दी है। सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, जॉर्ज फर्नांडिस को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। इस बार कुल 7 हस्तियों को पद्म विभूषण अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
इसमें इसमें सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, जॉर्ज फर्नांडिस, मैरी कॉम, छन्नूलाल मिश्रा, अनिरुद्ध जुगनौत और विश्वेश तीर्थ स्वामी को दिया जाएगा। सरकार ने इस साल 7 लोगों को पद्म विभूषण, 118 लोगों को पद्म श्री और 16 लोगों को पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। जिसमें समाजिक कार्यों के लिए कुल 21 लोगों को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। वहीं, समाजिक कार्यों के लिए कुल 21 लोगों को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
Arun Jaitley, Sushma Swaraj and George Fernandes conferred with Padma Vibhushan award. (file pics) pic.twitter.com/OlEd2eXDs8
— ANI (@ANI) January 25, 2020
जिसमें जगदीश जल आहूजा, मोहम्मद शरीफ, तुलसी गौंड और मुन्ना मास्टर समेत कई लोगों का नाम सूची में शामिल किया गया है। इस बार पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए समाज के क्षेत्र में काम करने वाली कई हस्तियों को चुना गया है।
यहां देखें पूरी लिस्ट
https://padmaawards.gov.in/PDFS/2020AwardeesList.pdf
मोहम्मद शरीफ जिन्हें चाचा शरीफ के नाम से जाना जाता है। जो पेशे से एक साइकिल मैकेनिक है। यह पिछले 25 सालों से हजारों लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं।
गणतंत्र दिवस पर पद्मश्री से सम्मानित किए जाने वाले अन्य 'अनसंग हीरोज' में तुलसी गौड़ा हैं, जिन्हें पौधों और जड़ी-बूटियों की विविध प्रजातियों के अपने विशाल ज्ञान के कारण 'इनसाइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट' के रूप में जाना जाता है। इन्होंने पिछले 60 वर्षों में हजारों पेड़ लगाए और पोषित किए हैं। 72 साल की उम्र में भी, वह पर्यावरण संरक्षण के संदेश को आगे बढ़ाते रहे हैं और पौधों का पोषण करने के लिए आने वाली पीढ़ियों को को अपने ज्ञान को साझा करते हैं।