नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में देश की 'सामूहिक शक्ति' के महत्व को रेखांकित करते हुए रविवार पांच अप्रैल 2020 को देशवासियों से अपने घरों की बालकनी में खड़े रहकर नौ मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने की अपील की। पीएम मोदी की इस अपील पर अब राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा, ''डियर नरेंद्र मोदी हम सब आपकी बातें भी सुनेंगे और पांच अप्रैल को दीया भी जलाएंगे। लेकिन बदले में आप अर्थशास्त्रियों की बात भी सुनें।''
एक अन्य ट्वीट में पी. चिदंबरम ने लिखा, हमें उम्मीद थी कि आज आप अपने संबोधन में वह FAP II था। गरीबों के लिए एक पैकेज का ऐलान करते, जो कि निर्मला सीतारमण अपने भाषण में द्वारा पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया था।
जानें कपिल सिब्बल ने क्या कहा?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर लिखा, ''इन मामलो पर सरकार के कदम सुनने को नहीं मिले, वायरस को रोकना-टेस्टिंग किट्स-गरीबों को खाना पहुंचा-मजदूरों को आर्थिक मदद करना... दीया किसी मकसद से जलाएं, अंधविश्वास के लिए नहीं।''
जानें शशि थरूर ने क्या प्रतिक्रिया दी?
शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा, 'प्रधान शोमैन की बातें सुनीं। लोगों के दर्द, उनके बोझ, उनकी वित्तीय चिंताओं को करने के लिए कुछ नहीं कहा। भविष्य को लेकर कोई दृष्टि नहीं या उन मुद्दों पर कोई बात नहीं जिनके बारे में लॉकडाउन के बाद के माहौल में बात करने का उनका इरादा हो। भारत के फोटो-ऑप प्रधानमंत्री द्वारा तैयार किया गया बस फील-गुड मूमेंट था यह।'
जानें 5 अप्रैल को 9 बजे 9 मिनट को लेकर पीएम मोदी ने क्या-क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश में कहा, 'हमें कोरोना के खिलाफ 130 करोड़ देशवासियों के महासंकल्प को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। इसलिये पांच अप्रैल, रविवार को रात नौ बजे मैं आप सबके नौ मिनट चाहता हूं। आप घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर नौ मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं ।'
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कहा कि इस रविवार हम सबको मिलकर, कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है, उसका प्रकाश की ताकत से परिचय कराना है। हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। पीएम मोदी ने लोगों से सामाजिक दूरी को बनाये रखने की अपील भी की ।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''मेरी एक और प्रार्थना है कि इस आयोजन के समय किसी को भी, कहीं पर भी इकट्ठा नहीं होना है। रास्तों में, गलियों या मोहल्लों में नहीं जाना है, अपने घर के दरवाज़े, बालकनी से ही इसे करना है ।'' पीएम मोदी ने कहा, हमें सामाजिक दूरी बनाये रखने की लक्ष्मण रेखा को कभी भी लांघना नहीं है। इसे किसी भी हालत में तोड़ना नहीं है। कोरोना की चेन तोड़ने का यही रामबाण इलाज है।