पीएम इमरान खान को भारत ने याद दिलाई उनकी हैसियत, कहा- पाकिस्तान की जीडीपी जितना बड़ा हमारा प्रोत्साहन पैकेज
By रामदीप मिश्रा | Updated: June 11, 2020 21:19 IST2020-06-11T21:13:48+5:302020-06-11T21:19:56+5:30
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए कहा था कि भारत में 34% परिवार बिना सरकारी सहायता के एक हफ्ते से ज्यादा अपना गुजारा नहीं कर सकते।

पीएम इमरान खान को भारत ने याद दिलाई उनकी हैसियत, कहा- पाकिस्तान की जीडीपी जितना बड़ा हमारा प्रोत्साहन पैकेज
नई दिल्लीः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने नकद हस्तांतरण कार्यक्रम में भारत की मदद की पेशकश पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए कि उनके लिए लोन एक बड़ी समस्या है जो उनकी जीडीपी का 90 फीसदी है। जहां तक भारत की बात है, हमारा प्रोत्साहन पैकेज ही पाकिस्तान की जीडीपी जितना बड़ा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए कहा था कि भारत में 34% परिवार बिना सरकारी सहायता के एक हफ्ते से ज्यादा अपना गुजारा नहीं कर सकते। इसके अलावा उन्होंने अपनी डीगें हांकते हुए कहा कि वह मदद के तौर पर भारत के साथ अपने सफल कैश ट्रांजैक्शन प्रोग्राम साझा करने को तैयार हैं।
इमरान खान ने कहा कि उनके कैश ट्रांजैक्शन प्रोग्राम को गरीबों तक पहुंच और पारदर्शिता को लेकर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हुई है। उनकी सरकार ने नौ हफ्ते में 120 अरब रुपये ट्रांसफर किए हैं।'
पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए कि उनके लिए ऋण एक बड़ी समस्या है जो उनकी GDP का 90% है। जहाँ तक भारत की बात है, हमारा प्रोत्साहन पैकेज ही पाकिस्तान की GDP जितना बड़ा है :पाकिस्तान PM द्वारा नकद हस्तांतरण कार्यक्रम में भारत की मदद की पेशकश पर अनुराग श्रीवास्तव, विदेश मंत्रालय pic.twitter.com/NSdEmZtjv3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 11, 2020
आपको बता दें कि पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है और वह लगातार लोन के लिए विदेश की ओर ताकते रहते हैं। कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन में पाकिस्तान की और हालत खस्ता हो गई है। इस बात को खुद इमरान खान खुद स्वीकार कर चुके हैं कि पाकिस्तान लॉकडाउन रखने की स्थिति में नहीं है।
वहीं, अनुराग श्रीवास्तव ने विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर कहा कि विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण के लिए हम ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमने ब्रिटेन के पक्ष से अनुरोध किया है कि अगर उसकी तरफ से शरण के लिए अनुरोध किया जाए तो उस पर विचार न किया जाए।