सीएम योगी पर लगा असंसदीय भाषा इस्तेमाल करने का आरोप, विपक्ष ने की कार्यवाही से बाहर करने की मांग

By भाषा | Published: August 30, 2018 07:10 PM2018-08-30T19:10:13+5:302018-08-30T19:10:13+5:30

नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने उक्त मुददा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अनुपूरक बजट पर कल अपने वक्तव्य में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया।

opposition balm of cm yogi adityanath for non official language | सीएम योगी पर लगा असंसदीय भाषा इस्तेमाल करने का आरोप, विपक्ष ने की कार्यवाही से बाहर करने की मांग

सीएम योगी पर लगा असंसदीय भाषा इस्तेमाल करने का आरोप, विपक्ष ने की कार्यवाही से बाहर करने की मांग

लखनऊ, 30 अगस्त:  उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज विपक्षी सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया कि उन्होंने सदन में भाषण के दौरान 'असंसदीय भाषा' का इस्तेमाल किया। विपक्ष ने योगी की टिप्पणी को कार्यवाही से बाहर करने की मांग की।

सदन की बैठक शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने उक्त मुददा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अनुपूरक बजट पर कल अपने वक्तव्य में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया। सपा के पारसनाथ यादव ने कहा कि 'योगी' होने के बावजूद सदन में मुख्यमंत्री का ऐसा वक्तव्य दर्शाता है कि उनमें अनुभव की कमी है।

कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि राजनीतिक दलों और लोगों की तुलना जानवरों से की गयी। यह अच्छी बात नहीं है और असंसदीय शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटा देना चाहिए। लल्लू ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि बयान से पता चलता है कि मुख्यमंत्री विपक्षी सदस्यों का जरा भी सम्मान नहीं करते। भाजपा विपक्ष की आवाज दबा रही है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। सपा—बसपा और कांग्रेस के सदस्य मुख्यमंत्री के कथित बयान के विरोध में आज सदन में हाथ पर काले फीते बांधकर पहुंचे।संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री के भाषण में कोई असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कई बार तुलनाएं कीं लेकिन किसी का नाम नहीं लिया । अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि इस प्रकरण पर वह अपना फैसला सुरक्षित कर रहे हैं । वह मंत्री से इस बारे में चर्चा करेंगे । कानून-व्यवस्था को लेकर अक्सर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल पलटवार करते हुए कहा था कि कानून-व्यवस्था पर प्रश्न खडे़ करने वालों को 'दृष्टिदोष' हो गया है ।

योगी ने विधानसभा में अनुपूरक बजट पर अपने संबोधन में कहा था, 'प्रदेश की आज की कानून व्यवस्था पर जो प्रश्न खडा कर रहा है......मुझे लगता है कि उसे किसी नयी दृष्टि की आवश्यकता है। इसे हम दृष्टिदोष कह सकते हैं।' उन्होंने कहा, '16 महीने में उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। प्रदेश में आज निवेश आ रहा है। फरवरी में इन्वेस्टर्स समिट किया था। पहले लोग हंसते थे क्योंकि प्रदेश की ऐसी तस्वीर बना दी गयी थी कि उत्तर प्रदेश में अराजकता और गुंडागर्दी है। आज देश और दुनिया का हर उद्योगपति उत्तर प्रदेश में निवेश का इच्छुक दिखायी दे रहा है।'

सपा—बसपा और कांग्रेस के बीच तालमेल के प्रयासों पर योगी ने कटाक्ष किया, 'उत्तर प्रदेश में नया चिपको आंदोलन चल रहा है। बसपा कहती है कि सपा से उसकी दूरी है, पता नहीं कितनी दूरी है। सांप का बच्चा हमेशा सांप ही होता है, जहरीला ही होता है। सांप कभी नेवला नहीं बन सकता। जिनकी डंक मारने की आदत होगी डंक ही मारेंगे।' उन्होंने कहा कि होशियार लोगों के लिए अच्छा होता है कि दूसरों को ठोकर खाते देख संभल जाएं लेकिन अगर बार बार ठोकर खाने के आदी हैं तो ईश्वर उनकी मदद करे ।

Web Title: opposition balm of cm yogi adityanath for non official language

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे