‘मिक्सोपैथी’ के खिलाफ चिकित्सकों की हड़ताल से अस्पतालों में ओपीडी सेवा हुई प्रभावित
By भाषा | Updated: December 12, 2020 00:14 IST2020-12-12T00:14:14+5:302020-12-12T00:14:14+5:30

‘मिक्सोपैथी’ के खिलाफ चिकित्सकों की हड़ताल से अस्पतालों में ओपीडी सेवा हुई प्रभावित
रांची, 11 दिसंबर आयुर्वेद के चिकित्सकों को शल्य क्रिया (ऑपरेशन) की छूट देने से जुड़े केन्द्र सरकार के ‘मिक्सोपैथी’ के निर्णय के खिलाफ आईएमए द्वारा आहूत हड़ताल के चलते शुक्रवार को झारखंड में लगभग सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा प्रभावित हुई।
आपातकालीन सेवा, कोविड वार्ड, प्रसव से जुड़े लेबर वार्ड एवं सघन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) की सेवाओं को हड़ताल से मुक्त रखा गया था।
भारतीय चिकित्सा संघ के सचिव डा. शंभूनाथ प्रसाद ने कहा कि कि रांची में राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान, सदर अस्पताल, मेडिका, राज अस्पताल, आपोलो समेत तमाम सरकारी तथा निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद रही।
झारखंड प्रदेश के भारतीय चिकित्सा संघ के सचिव डा. प्रदीप सिंह ने दावा किया कि आइएमए द्वारा ‘मिक्सोपैथी’ के खिलाफ बुलायी गयी एक दिन की हड़ताल पूरी तरह सफल रही और झारखंड में ही कम से कम आठ हजार चिकित्सकों ने इसमें भाग लिया।
राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के अपर निदेशक डा. वाघमारे प्रसाद कृष्णा ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि रिम्स में कोविड वार्ड और आपातकालीन वार्ड की सेवाएं सुचारु रूप से जारी रहीं जबकि ओपीडी सेवाएं बाधित रहीं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मिक्सोपैथी के खिलाफ शुक्रवार को बारह घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था और कहा था कि वह आयुर्वेद के चिकित्सकों को सभी तरह की शल्य क्रियाएं करने का कानूनी अधिकार दिये जाने के खिलाफ है।
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