कारगिल विजय दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने शेयर की 20 साल पुरानी तस्वीर, सैनिकों के साहस और समर्पण को किया याद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 26, 2019 09:06 AM2019-07-26T09:06:43+5:302019-07-26T09:06:43+5:30
देश आज कारगिल पर विजय की 20वीं वर्षगांठ मना रहा है। 1999 में आज ही के दिन भारत के वीर सपूतों ने कारगिल की चोटियों से पाकिस्तानी फौज को खदेड़कर तिरंगा फहराया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर ट्वीट किया। ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा "कारगिल विजय दिवस पर मां भारती के सभी वीर सपूतों का मैं हृदय से वंदन करता हूं। यह दिवस हमें अपने सैनिकों के साहस, शौर्य और समर्पण की याद दिलाता है। इस अवसर पर उन पराक्रमी योद्धाओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। जय हिंद!"
कारगिल विजय दिवस पर मां भारती के सभी वीर सपूतों का मैं हृदय से वंदन करता हूं। यह दिवस हमें अपने सैनिकों के साहस, शौर्य और समर्पण की याद दिलाता है। इस अवसर पर उन पराक्रमी योद्धाओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। जय हिंद! pic.twitter.com/f7cpUFLO9o
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2019
एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने साल 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान मुझे कारगिल जाने और बहादुर सैनिकों के साथ एकजुटता दिखाने का मौका मिला।
उन्होंने लिखा यह वह समय था जब मैं अपनी पार्टी जम्मू कश्मीर के साथ हिमाचल प्रदेश में अपनी पार्टी के लिए काम कर रहा था। कारगिल देखना और सैनिकों के साथ बातचीत अविस्मरणीय है।
During the Kargil War in 1999, I had the opportunity to go to Kargil and show solidarity with our brave soldiers.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2019
This was the time when I was working for my Party in J&K as well as Himachal Pradesh.
The visit to Kargil and interactions with soldiers are unforgettable. pic.twitter.com/E5QUgHlTDS
भारत को 26 जुलाई 1999 को करगिल युद्ध में जीत मिली। करगिल युद्ध में भारत की जीत के बाद से हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। यह दिन कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के सम्मान हेतु मनाया जाता है। यह युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला था।
इस युद्ध में पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ सेना की ओर से की गई कार्रवाई में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए तो करीब 1363 घायल हुए थे। कहा जाता है कि एक चरवाहे ने भारतीय सेना को कारगिल में पाकिस्तान सेना के घुसपैठ कर कब्जा जमा लेने की सूचना तीन मई 1999 को दी थी।