ओडिशा सरकार ने निजी प्रयोगशालाओं को कोरोना वायरस जांच की मंजूरी दी
By भाषा | Published: August 2, 2020 08:53 AM2020-08-02T08:53:33+5:302020-08-02T08:53:33+5:30
ओडिशा में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,602 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या यहां बढ़कर 33,479 हो गई है।
भुवनेश्वरः ओडिशा सरकार ने जांच की सुविधाएं बढ़ाने की कवायद के तहत निजी अस्पताल, नर्सिंग होम और प्रयोगशालाओं को रैपिड एंटीजेन और आरटी-पीसीआर पद्धतियों से कोविड-19 की जांच कराने की अनुमति दे दी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने शनिवार को इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की। विभाग ने रैपिड एंटीजेन और आरटी-पीसीआर के तहत नमूनों की जांच के लिए अलग से दिशा निर्देश जारी किए। निजी स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों को आईसीएमआर के नियमों का पालन करना होगा।
अधिसूचना में कहा गया है कि नमूनों के जांच के नतीजे की सूचना व्यक्ति को दिए जाने से पहले राज्य के अधिकारियों को देनी होगी। रैपिड एंटीजेन जांच के लिए निजी संस्थान अधिकतम 450 रुपये का शुल्क ले सकते हैं जबकि आरटी-पीसीआर के लिए 2,200 रुपये का शुल्क तय किया गया है। नर्सिंग होम, अस्पताल और प्रयोगशालाएं अनिवार्य रूप से ओडिशा क्लिनिकल एस्टैब्लिशमेंट एक्ट, 1990 के तहत पंजीकृत होने चाहिए।
ओडिशा में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,602 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या यहां बढ़कर 33,479 हो गई है। कोविड-19 से दस और लोगों की मौत के बाद इस महामारी से प्रदेश में मरने वालों की संख्या 187 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गंजम, खुर्दा, गजपति और सुंदरगढ़ जिलों में कोविड-19 से मरीजों की मौत हुई।
अधिकारी ने कहा कि ओडिशा में महामारी से सर्वाधिक प्रभावित गंजम जिले में अब तक 99 और खुर्दा जिले में 25 मरीजों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि नए मामलों में से पृथक-वास केंद्रों से 993 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। गंजम में 308, खुर्दा में 285, रायगढ़ा में 164 और गजपति में 108 नए मामले सामने आए। विभाग के अनुसार ओडिशा में 12,736 मरीज उपचाराधीन हैं और अब तक 20,518 मरीज ठीक हो चुके हैं।