धेनकनाल जिले में कामलंगा गांव के नजदीक बिजली का करंट लगने से साथ हाथियों की मौत पर 9 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा केंद्रीय विद्युत आपूर्ति यूटिलिटी के एक जूनियर इंजीनियर को निकाल दिया गया है।
बर्खास्त किए गए अधिकारियों में राज्य सरकार के 6 अधिकारी और वन विभाग के तीन अधिकारी हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी है। बिजली की तार के संपर्क में आने से शनिवार को सात हाथियों की मौत हो गई थी।
सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) जितेंद्र दास ने बताया कि सदर वन रेंज में गांव के पास से 13 हाथियों का झुंड गुजर रहा था और इनमें से सात हाथी 11 किलोवाट की बिजली लाइन के संपर्क में आ गये।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने सुबह पांच हथिनी और एक हाथी शावक समेत सात हाथियों को मरा हुआ देखा और इसकी सूचना वन्य अधिकारियों को दी। यह घटना स्पष्ट रूप से बिजली की तारों के नीचे तक झुके होने के कारण हुई।
तीन हाथियों के शव सड़क पर पड़े हुए थे और चार अन्य नहर के भीतर पड़े हुए थे। यह घटना तब हुई जब हाथियों का झुंड पास के धान के खेत से कैनल रोड की तरफ बढ़ रहा था। एक अधिकारी ने बताया कि धेनकनाल के वनमंडल अधिकारी सुदर्शन पात्रा और एसीएफ दास सहित सभी वरिष्ठ वनाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर