ओडिशा के मुख्यमंत्री ने विपक्ष के विरोध के बीच मंत्री मिश्र के साथ मंच साझा किया
By भाषा | Updated: November 8, 2021 19:38 IST2021-11-08T19:38:21+5:302021-11-08T19:38:21+5:30

ओडिशा के मुख्यमंत्री ने विपक्ष के विरोध के बीच मंत्री मिश्र के साथ मंच साझा किया
भवानीपटना (ओडिशा), आठ नवंबर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध के बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को एक सरकारी कार्यक्रम के लिए कालाहांडी जिले का दौरा किया और गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्र के साथ मंच साझा किया। मिश्र पर जिले में पिछले महीने एक महिला के अपहरण और हत्या के मुख्य आरोपी को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया है।
मंत्री को बर्खास्त करने की मांग पर चुप्पी साधे हुए पटनायक ने विपक्षी दलों को साफ संदेश दिया कि उन्हें मिश्र पर भरोसा है।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजना, बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीकेएसवाई) के लिए कालाहांडी जिले के मुख्यालय भवानीपटना में कृषि कॉलेज ग्राउंड में कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने और कुछ अन्य के लिए आधारशिला रखने के अलावा स्मार्ट कार्ड के वितरण की शुरुआत की।
पटनायक की यात्रा शांतिपूर्ण हो, यह सुनिश्चित करने के लिए भवानीपटना में कई महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस सुरक्षा कड़ी थी।
मिश्र जो कालाहांडी के जूनागढ़ के विधायक हैं, और दो अन्य मंत्री नबा किशोर दास और तुकुनी साहू मुख्यमंत्री के साथ मंच पर थे।
पटनायक की यात्रा के विरोध में, राज्यभर में विपक्षी दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। कालाहांडी जहां भाजपा की महिला सदस्यों ने पुलिस द्वारा बस में ले जाने से पहले मुख्यमंत्री और मिश्र के खिलाफ ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए।
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मिश्र को मंत्री पद से हटाने, उनकी गिरफ्तारी और मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर पटनायक का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों की विभिन्न स्थानों पर पुलिस के साथ झड़प हुई, जबकि कई विपक्षी कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया।
विपक्षी दल पटनायक पर मिश्र को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने का दबाव बना रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि वह महिला शिक्षक की हत्या के मुख्य आरोपी के करीबी हैं और इसीलिए वह (आरोपी) 17 अक्टूबर की रात को बोलंगीर के टिटलागढ़ पुलिस बैरक से भागने में सफल रहा। बोलंगीर जिले में उसे महिला के ‘‘अपहरण’’ के सिलसिले में हिरासत में रखा गया था। इसके दो दिन बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कालाहांडी जिले के एक निजी स्कूल की 24 वर्षीय महिला शिक्षिका आठ अक्टूबर को लापता हो गई थी और उसका अधजला शव स्कूल के मैदान से निकाला गया था, जहां उसने 19 अक्टूबर को काम किया था। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें मुख्य आरोपी भी शामिल है।
डीआईजी (उत्तरी रेंज) दीपक कुमार के अनुसार आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया है।
यह आरोप लगाया गया है कि मुख्य आरोपी की शिक्षिका से दुश्मनी थी क्योंकि वह उसके दो विवाहेतर संबंधों से अवगत थी और उसने चेतावनी दी थी कि वह उसे बेनकाब कर देगी।
कार्यक्रम में पटनायक ने लाभार्थियों को बीएसकेवाई स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए। इस योजना के तहत, ओडिशा सरकार राज्य सरकार की सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में मरीजों को दी जाने वाली सभी स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी लागत वहन करती है।
इसकी वेबसाइट के अनुसार यह कार्ड प्रति परिवार पांच लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवरेज और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए निजी अस्पतालों में महिला सदस्यों के लिए पांच लाख रुपये का अतिरिक्त कवरेज प्रदान करता है।
पटनायक ने कहा, ‘‘बीएसकेवाई से जिले के लगभग 14 लाख लोग लाभान्वित होंगे। किसी को अस्पतालों में कोई दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं है और केवल स्मार्ट हेल्थ कार्ड ही पर्याप्त होगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर के 200 अस्पतालों में बीएसकेवाई स्मार्ट कार्ड का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
उन्होंने 680 करोड़ रुपये की 48 परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी और 179 करोड़ रुपये की 201 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें पेयजल आपूर्ति, सड़कें, पुल, बिजली आपूर्ति और शहरी विकास से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
पटनायक ने कहा कि कालाहांडी अब कृषि, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों और एक विश्वविद्यालय के साथ एक शिक्षा केंद्र में बदल गया है। उन्होंने कहा कि 100 सीटों वाले सरकारी मेडिकल कॉलेज का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है।
पटनायक ने पहले कार्ड वितरण कार्यक्रम शुरू करने के लिए मलकानगिरी, सुंदरगढ़, बोलंगीर, गजपति, देवगढ़ और पुरी जैसे कई जिलों का दौरा किया था।
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