बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या हुई 2737, अब तक दूसरे राज्यों से आने वाले 1754 प्रवासी पाए गए संक्रमित
By भाषा | Published: May 26, 2020 05:05 AM2020-05-26T05:05:33+5:302020-05-26T05:05:33+5:30
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 1,754 संक्रमित प्रवासियों में सबसे अधिक 411 दिल्ली से लौटे हैं जबकि 403 मरीज महाराष्ट्र से लौटे हैं।
पटना: बिहार में कोविड-19 के 163 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,737 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि हाल के दिनों में संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़तोरी दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों की वजह से हुई है। विभाग ने बताया कि तीन मई से अब तक 1,754 प्रवासियों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जो इस अवधि में आए मामलों का 80 प्रतिशत है।
उल्लेखनीय है कि दो मई से विशेष रेलगाड़ियों के जरिये दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के प्रवासियों की वापसी शुरू हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 1,754 संक्रमित प्रवासियों में सबसे अधिक 411 दिल्ली से लौटे हैं जबकि 403 मरीज महाराष्ट्र से, 276 गुजरात से और 146 हरियाणा से, 95 राजस्थान से, 89 उत्तर प्रदेश से, 81 तेलंगाना से और 76 पश्चिम बंगाल से लौटे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक रविवार को सामने आए 163 नये मामलों में 11 राजधानी पटना में आए हैं। इसके साथ ही यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 211 हो गई है। पटना में दो मामले लोदीपुर और समनपुरा के हैं जबकि शेष ग्रामीण इलाके के हैं। बिहार में अधिकतर मामले बेगूसराय, कटिहार, मधुबनी, दरभंगा और सहरसा जिलों से आए हैं।
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा, ''हम चाहते हैं कि लोगों को यहां राज्य में काम मिले ताकि उन्हें अनावश्यक रूप से बाहर जाने की जरूरत न पड़े। हम राज्य में सभी को काम मुहैया कराने की व्यवस्था करेंगे। लोग बिहार के विकास में भागीदार बनेंगे।'' उन्होंने कहा कि राज्य के बाहर की निजी कंपनियों ने बिहार के प्रवासी श्रमिकों की देखभाल नहीं की। उन्होंने कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी थी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पृथक-वास केन्द्रों में रहने वालों का विस्तृत सर्वेक्षण करने का निर्देश देते हुए कहा कि सर्वेक्षण में विवरण शामिल होगा कि व्यक्ति कहां से लौटा, वह किस तरह की नौकरी कर रहा था ताकि उन्हें अपनी आजीविका कमाने के लिए बाहर जाने की जरूरत न पड़े।